- शाहिद अफरीदी पाकिस्तान के लिए दो दशक तक खेले हैं
- उन्होंने 1998 में डेब्यू किया और वह 2008 तक टीम में रहे
- अफरीदी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर निशाना साधा है
पाकिस्तान क्रिकेट और विवादों का साथ शायद ही कभी छूटता है। बाबर आजम की कप्तानी में टीम जहां एक तरफ अच्छा प्रदर्शन कर रही है वहीं पाकिस्तान क्रिकेट जगत में सेलेक्शन के कुछ मामलों को लेकर अभी भी मसले बरकरार हैं। राष्ट्रीय टीम से संन्यास ले चुके और फिलहाल फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेल रहे पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पर निशाना साधा है। उन्होंने पाकिस्तान के मौजूदा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मॉडल को लेकर पीसीबी को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा कि एक-दो घरेलू मैच खेलने के बाद पाकिस्तान टीम में खिलाड़ी के चयन पर दुख होता है।
'पाकिस्तान के लिए खेलना बेहद आसान हो गया है'
बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने पाकिस्तान टीम से डेब्यू किया है। हालांकि, ज्यादातर खिलाड़ी टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। अफरीदी ने एक समारोह में कहा, 'राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना बेहद आसान हो गया है जबकि पहले किसी भी प्रोफेशन क्रिकेटर के लिए पाकिस्तान की तरफ से खेलना काफी मुश्किल होता था। इसी वजह से हमारा प्रदर्शन कंसिस्टेंट नहीं है।' उन्होंने कहा, 'हमने खिलाड़ियों के लिए अपने देश का प्रतिनिधित्व करना इतना आसान क्यों बना दिया है। मुझे यह देखकर दुख होता है कि एक खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट या पीएसएल में एक या दो मर्तबा अच्छा प्रदर्शन करता है तो उसे राष्ट्रीय टीम में ले लिया जाता है। यह क्या है? क्रिकेटरों को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।'ॉ
'प्रदर्शन नहीं करने पर घरेलू क्रिकेट में वापस भेज दो'
अफरीदी ने आगे कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने में असली अंतर यह है कि एक खिलाड़ी इंटरनेशनल मैचों में आने वाले सभी दबावों को संभालने के लिए मानसिक रूप से कितना मजबूत है। इसमें मीडिया-फैंस की आलोचना और चकाचौंध भी शामिल है। हमें अब खिलाड़ी के टैंलेंट और मेंटल स्ट्रेंथ के बीच के डिफरेंस को भी आंकना चाहिए।' उन्होंने कहा, 'अगर आप किसी खिलाड़ी को मौका देते हैं और वह प्रदर्शन नहीं करता तो उसे घरेलू क्रिकेट में वापस भेज दिया जाना चाहिए। पाकिस्तान के लिए खेलना इतना आसान न बनाएं। खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का मूल्य पता होना चाहिए। मैं उन खिलाड़ियों के पूरी तरह खिलाफ हूं, जो सिर्फ एक या दो परफॉर्मेंस देकर पाकिस्तान टीम में आ जाते हैं।'