- श्रीलंका दौरे पर अपना जलवा बिखेरने को बेताब हैं चेतन सकारिया
- कोरोना वायरस की दूसरी लहर में चेतन सकारिया के पिता का निधन हुआ था
- चेतन सकारिया दमदार प्रदर्शन करके अपने पिता की आत्मा को शांति पहुंचाना चाहते हैं
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग ने भारतीय टीम को कई स्टार खिलाड़ी दिए हैं। आईपीएल ने खिलाड़ियों को दबाव की स्थिति का सामना करना सिखाया और उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की तैयारी के लिए मंच प्रदान किया, जहां वो प्रदर्शन करके अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं। प्रत्येक सीजन में हमें युवा खिलाड़ी देखने को मिलते हैं, जो अपनी शैली दिखाते हैं। 2021 इससे अलग नहीं था।
आईपीएल 2021 में फैंस को विशेष युवा प्रतिभा देखने को मिली, जिसका नाम है चेतन सकारिया। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने राजस्थान रॉयल्स के लिए खेला और कई पूर्व क्रिकेटरों व पंडितों को प्रभावित किया। आशीष नेहरा से लेकर सुनील गावस्कर तक सभी ने सौराष्ट्र के युवा तेज गेंदबाज के बारे में कुछ कहा।
इस साल घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की बदौलत चेतन सकारिया को आईपीएल अनुबंध मिला। इसके बाद आईपीएल में दमदार प्रदर्शन ने चेतन सकारिया के लिए राष्ट्रीय टीम के दरवाजे खोले। श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम में चेतन सकारिया का चयन हुआ। गुजरात के भारतेज के रहने वाले युवा चेतन ने 15 फर्स्ट क्लास मैचों में 41 विकेट लिए और आईपीएल प्रदर्शन से तय हुआ कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए तैयार है।
मैं सबसे पहले चिंटू भईया को बताउंगा: चेतन सकारिया
युवा गेंदबाज के लिए यह साल काफी उतार-चढ़ाव भरा बीता है। 2021 में चेतन सकारिया ने अपने छोटे भाई को खो दिया। मगर आईपीएल में चयन ने उनके परिवार को कुछ राहत पहुंचाई। निजी क्षति को सहकर मैदान पर प्रदर्शन करने के लिए बहुत साहस की जरूरत होती है। सकारिया ने सुधार दिखाया। मगर जब भारतीय टीम से चेतन को बुलावा आया, उस बीच उनके पिता का निधन हुआ।
सकारिया ने भारतीय टीम में चयन होने की खुशी नहीं बनाई क्योंकि वह अपने पिता के निधन से काफी दुखी थे। आनंद बाजार पत्रिका को दिए इंटरव्यू में चेतन सकारिया ने कहा, 'मैं सोच रहा था कि अपनी मां का ख्याल कैसे रखूंगा। मैंने ध्यान करके खुद को मानसिक रूप से मजबूत रखने की कोशिश की। अगर मैं श्रीलंका में कुछ अच्छा करूंगा तो मेरे पिता की आत्मा को शांति मिलेगी।'
सकारिया ने खुलासा किया कि उन्हें सौराष्ट्र टीम के सीनियर चेतेश्वर पुजारा का फोन आया, जिन्हें प्यार से वो चिंटू भईया बुलाते हैं। सकारिया ने कहा, 'चिंटू भईया ने कहा दबाव में रहने का कोई कारण नहीं है। इस तरह यहां पहुंचना मुश्किल है। तो अगर कुछ भी दिक्कत आई तो मैं सबसे पहले चिंटू भईया को बताउंगा।'