- बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खत्म होने के बाद से विराट कोहली की कप्तानी के तरीके पर बहस जारी है
- कोहली की गैरमौजूदगी में अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया को 2-1 की जीत दिलाई
- शेन ली का मानना है कि विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय खिलाड़ी डरे हुए नजर आते हैं
नई दिल्ली: खिलाड़ी, कप्तान और कोच के बीच तुलना हमेशा से होती रही है, लेकिन जब एक युग के दो खिलाड़ियों की तुलना हो तो बहस होना लाजिमी है। अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में जब से टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से टेस्ट सीरीज जीती है, तब से उनकी और विराट कोहली की कप्तानी के स्टाइल की तुलना होना शुरू हो गई है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ब्रेट ली के बड़े भाई शेन ली ने रहाणे और कोहली की कप्तानी की तुलना की और कहा कि विराट की कप्तानी में खिलाड़ी थोड़ा डरे हुए नजर आते हैं क्योंकि वह उनसे पेशेवर अंदाज की मांग करते हैं।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर शेन ली ने भारतीय कप्तान विराट कोहली के बारे में बात करते हुए कहा, 'देखिए मेरे ख्याल से वह जिस टीम में है या जिस टीम में मैं होता तो उन्हें कप्तान के रूप में देखना बेहद पसंद करता। कोहली सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक हैं। मगर मुझे ऐसा महसूस होता है कि कोहली टीम के अंदर अपने खिलाड़ियों के लिए काफी पवित्र हैं। वह उनके नेतृत्व में लाइन से पैर हटाने में जरा डरते हैं। कोहली भारतीय टीम के खिलाड़ियों से पेशेवर अंदाज की मांग रखते हैं।'
ली ने रहाणे को बेहतर कप्तान बताया
शेन ली ने आगे कहा, 'खिलाड़ियों को फिट रहना होगा, उन्हें मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा और अच्छे कैच लपकने होंगे। मगर सभी खिलाड़ी कोहली के नेतृत्व में डरे हुए दिखते हैं। मैंने अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में राहतभरी टीम देखी।' कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि कोहली से बेहतर टेस्ट कप्तान रहाणे साबित हो सकते हैं। शेन ली भी इस विचार से सहमत हैं, लेकिन उन्हें नहीं लगता कि मौजूदा भारतीय कप्तान अपने पद से इस्तीफा देकर रहाणे को मौका देंगे।
ऑस्ट्रेलिया के लिए 45 वनडे खेलने वाले शेन ली ने कहा, 'क्या कोहली कप्तानी छोड़ेंगे? मुझे शक है। अगर मैं भारतीय चयनकर्ता होता और मैं नहीं हूं, लेकिन अगर होता तो रहाणे को टीम की कमान सौंपता और कोहली को खुलकर बल्लेबाजी करने के लिए छोड़ता। और मेरे ख्याल से टीम का प्रदर्शन बेहतर होता। मगर समय सब बताएगा।' अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया में जो सफलता हासिल की उससे ऐसा तो नजर नहीं आता कि टीम प्रबंधन कप्तान बदलने पर विश्वास करेगा, लेकिन मुंबई के क्रिकेटर से अपेक्षाएं बढ़ गई हैं।