- शेन वॉर्न का निधनः कुछ दिलचस्प यादें और वो गेंद
- शताब्दी की सर्वश्रेष्ठ गेंद कोई नहीं भूलेगा
- माइक गैटिंग को किया था आउट, आज भी इसे बेस्ट बॉल माना जाता है
Shane Warne 'Ball of The Century', Shane Warne death: ऑस्ट्रेलिया के महान पूर्व क्रिकेटर शेन वॉर्न (Shane Warne) अब इस दुनिया में नहीं रहे। शुक्रवार को तब दुनिया सन्न रह गई जब खबर आई कि उनका थाईलैंड में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उसके बाद से क्रिकेट जगत व फैंस सदमे में हैं। इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी की सभी बातें अनोखी थीं। उनकी गेंदबाजी अद्भुत थी। बेशक फैंस को उनकी तमाम गेंदें याद होंगी लेकिन एक गेंद ऐसी थी जिसे दुनिया ना भूल पाई थी और ना भूल सकेगी।
हम यहां बात कर रहे हैं शेन वॉर्न की उस जादुई गेंद की जिसने दुनिया को चौंका दिया था। तारीख थी 4 जून 1993, ऑस्ट्रेलियाई टीम प्रतिष्ठित एशेज सीरीज खेलने के लिए इंग्लैंड के दौरे पर गई थी। छह टेस्ट मैचों की उस सीरीज का पहला टेस्ट मैच मैनचेस्टर में खेला गया था। उस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी की और इस पारी में 289 रन पर वे ऑलआउट हो गए।
..और फिर दुनिया ने देखी सर्वश्रेष्ठ गेंद
जवाब देने उतरी इंग्लैंड की टीम 71 रन पर अपना पहला विकेट गंवा चुकी थी। तीसरे नंबर पर माइक गैटिंग बल्लेबाजी करने आए। गैटिंग 11 गेंदें खेलकर 4 रन बना चुके थे। तभी ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने युवा शेन वॉर्न को बॉल थमा दी। शेन वॉर्न अपने टेस्ट करियर में इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार गेंदबाजी करने को तैयार थे। उससे भी दिलचस्प बात ये थी कि ये उनकी पहली एशेज सीरीज थी।
वॉर्न ने आते ही एक गेंद ऑफ स्टंप पर फेंकी लेकिन गेंद ने बेहद तेज रफ्तार से स्पिन होते हुए ऑफ स्टंप उड़ा डाला। बल्लेबाज माइक गैटिंग भी दंग रह गए कि आखिर ये हुआ क्या। शेन वॉर्न ने अपने एशेज सीरीज करियर की पहली ही गेंद पर इतिहास रच दिया था। एक ऐसी गेंद फेंक कर जो आज उनके जाने के बाद भी अमर है और रहेगी। इसे बॉल ऑफ द सेंचुरी के नाम से जाना गया।
ये है शताब्दी की सर्वश्रेष्ठ गेंद का वीडियो (Ball of the Century VIDEO)
सालों बाद उस गेंद को लेकर दे दिया ऐसा बयान
माइक गैटिंग के खिलाफ फेंकी गई उस शानदार लेग स्पिन डिलिवरी ने दुनिया को हैरान भी किया और दिल भी जीता। लेकिन सालों बीत जाने के बाद अभी कुछ समय पहले शेन वॉर्न ने एक खुलासा किया। उनका कहना था कि वो गेंद बस एक तुक्का थी। वॉर्न ने कहा, "वो शताब्दी की बेस्ट गेंद एक तुक्का था। यकीनन, मैंने अपने करियर में दोबारा कभी वैसा नहीं किया। शायद उनका होना लिखा हुआ था।"
वॉर्न ने आगे कहा, "कोई भी लेग स्पिनर हमेशा एक शानदार लेग स्पिन बॉल डालना चाहता है। लेकिन उस एक गेंद ने मेरी दुनिया बदल डाली थी, मैदान के अंदर ही नहीं, बल्कि मैदान के बाहर भी सब बदल गया।" वॉर्न के मुताबिक उन्होंने एक ऐसे बल्लेबाज (गैटिंग) को आउट किया था जो स्पिनर्स को शानदार अंदाज में खेलने की काबीलियत रखते थे।