- शोएब अख्तर ने सचिन तेंदुलकर के साथ अपनी पहली मुलाकात का किस्सा साझा किया
- अख्तर ने कहा कि उन्हें 'क्रिकेट के भगवान' का सामना करने में कोई घबराहट नहीं हुई
- अख्तर ने तेंदुलकर का पहली बार सामना किया था तो पहली ही गेंद पर आउट किया था
नई दिल्ली: सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। मास्टर ब्लास्टर ने अपने युग के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों के खिलाफ रनों की जंग लड़ी है, जिसमें पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर भी शामिल हैं। सचिन तेंदुलकर और शोएब अख्तर कई मौकों पर आमने-सामने आए और एक-दूसरे के खिलाफ अपनी बादशाहत साबित करने की पूरी कोशिश की।
अपनी गति के कारण रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से लोकप्रिय अख्तर ने हाल ही में महान सचिन तेंदुलकर के साथ पहली मुलाकात का वाकया बताया। दुनिया में सचिन तेंदुलकर को 'क्रिकेट के भगवान' का दर्जा प्राप्त है। अख्तर ने पहली बार सचिन तेंदुलकर के खिलाफ 1999 में कोलकाता टेस्ट में गेंदबाजी की थी, जो चिर-प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अख्तर का डेब्यू भी था।
मुझे नहीं था सचिन का डर: शोएब
शोएब अख्तर ने कहा कि वह अपने एटीट्यूड में थे और उनके दिमाग में जरा भी डर नहीं था कि वह तेंदुलकर के खिलाफ पहली बार गेंदबाजी करने जा रहे हैं। जब अख्तर ने इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरूआत की, तब तक सचिन तेंदुलकर का नाम फैंस के बीच लोकप्रिय हो चुका था। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से अपनी पहचान बनाई थी। हालांकि, जब तेंदुलकर से अख्तर का सामना हुआ, तो तेज गेंदबाज का पहला रिएक्शन था- 'इसकी खैरियत नहीं।'
अख्तर ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल एरी न्यूज से शनिवार को एक इंटरव्यू में कहा, 'मैंने सुना था कि सचिन तेंदुलकर भगवान है। मैंने कहा- ये भगवान है? इसकी खैरियत नहीं। वो मुझे नहीं पहचान पाए और न ही मैंने उन्हें पहचाना। वह अपने एटीट्यूड और मैं अपने एटीट्यूड में था। मगर मैं उन्हें पहली ही गेंद पर आउट कर लेना चाहता था और ऐसा हुआ भी।'
अख्तर ने कोलकाता टेस्ट में तेंदुलकर का पहली बार सामना किया और पहली ही गेंद पर उन्हें आउट कर दिया। इसके अलावा तेज गेंदबाज ने वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड़ और वेंकटेश प्रसाद को भी अपना शिकार बनाया। अख्तर ने पहली व दूसरी पारी में क्रमश: 4-4 विकेट लिए और पाकिस्तान ने यह टेस्ट 46 रन के अंतर से जीता।
अख्तर पर हावी रहे तेंदुलकर
जहां सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के दो प्रारूपों टेस्ट व वनडे में 15,921 और 18,426 सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। वहीं अख्तर ने 444 इंटरनेशनल विकेट चटकाए हैं। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज गेंदबाज डालने का रिकॉर्ड दर्ज है। तेंदुलकर का पाकिस्तान के खिलाफ अख्तर को शामिल करते हुए 19 वनडे मैचों में औसत 45.5 का है। अख्तर ने तेंदुलकर को वनडे में पांच जबकि टेस्ट में केवल तीन बार आउट किया है। इससे तेंदुलकर का अख्तर पर पलड़ा स्पष्ट रूप से भारी नजर आता है।