- शोएब अख्तर ने बताया कि होटल में करना चाहते थे भज्जी की पिटाई
- शोएब अख्तर और हरभजन सिंह काफी अच्छे दोस्त हैं
- अख्तर ने कहा कि अगले दिन भज्जी ने माफी मांगी, तब चीजें ठीक हुईं
कराची: भारतीय क्रिकेट फैंस के दिलों में एशिया कप 2010 के भारत-पाकिस्तान मुकाबले की विशेष जगह है। भारतीय टीम ने चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को रोमांचक मैच में मात दी थी। वह हरभजन सिंह थे, जिन्होंने 11 गेंदों में नाबाद 15 रन की पारी खेलकर भारत को तीन विकेट की जीत दिलाई थी। यह मैच इसलिए भी यादगार है क्योंकि हरभजन सिंह और शोएब अख्तर के बीच मैच के दौरान जोरदार विवाद हुआ था। इसकी शुरुआत भारतीय पारी के 47वें ओवर में हुई थी।
हरभजन सिंह ने शोएब अख्तर की गेंद पर लांग ऑन के ऊपर से छक्का जमाया था। निराश अख्तर ने भज्जी के शरीर के करीब दो तेज बाउंसर फेंकी और फिर दोनों ने एक-दूसरे पर अभद्र शब्दों की बौछार की। भज्जी-अख्तर के बीच आखिरी ओवर तक यह विवाद जारी रहा, जहां भारतीय बल्लेबाज ने छक्का जमाकर भारत को जीत दिलाई।
इस घटना के बारे में बात करते हुए शोएब अख्तर ने बताया कि वह मैच के बाद भारतीय स्पिनर से मारपीट करना चाहते थे। अख्तर ने बताया कि वह होटल में भज्जी को ढूंढने भी गए, लेकिन वो वहां मिले नहीं। हालांकि, अख्तर ने फिर खुद को शांत किया और अगले दिन भज्जी ने तेज गेंदबाज से माफी मांगी।
भज्जी को यह पता था
अख्तर ने हेलो ऐप के वीडियो इंटरव्यू में कहा, 'मैं होटल के कमरे में भज्जी के साथ हाथापाई करने के लिए उसको ढूंढ रहा था। वो हमारे साथ खाता था, घूमता था। लाहौर में हमारे यहां ऐसी ही परंपरा है। वह पंजाबी लड़का है और इसके बावजूद उसने बद्तमीजी की। मैंने सोचा कि होटल के कमरे में उससे लडूंगा। उसे पता था कि शोएब आ रहा है। मगर मैं उसे ढूंढ नहीं पाया। मैं अगले दिन शांत रहा और उसने भी माफी मांगी।'
अगर मैच की बात करें पाकिस्तान ने 49.3 ओवर में 267 रन बनाए। सलमान बट और कामरान अकमल ने अर्धशतकीय पारियां खेली। गौतम गंभीर और एमएस धोनी के अर्धशतकों ने भारत को अच्छी स्थिति में पहुंचाया। मगर भारतीय टीम ने नियमित अंतराल में विकेट गंवाए। भारतीय टीम को आखिरी ओवर में 7 रन की जरूरत थी। मोहम्मद आमिर के ओवर की पांचवीं गेंद पर भज्जी ने छक्का जमाकर भारत को जीत दिलाई।