- शोएब अख्तर ने विराट कोहली की कप्तानी की तारीफ की
- अख्तर ने कहा कि उन्होंने अनुष्का को कहा था कि विराट कप्तान बनकर गलती कर रहा है
- शोएब अख्तर ने कहा कि विराट कोहली तब युवा था और भारत में कप्तान पर बहुत दबाव होता है
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की जमकर तारीफ की है। अख्तर ने कहा कि कोहली ने अपने तेज गेंदबाजों में आक्रमकता भरी है और भारतीय क्रिकेट की मानसिकता को बदला है। अख्तर ने स्पोर्ट्सकीड़ा को दिए इंटरव्यू में बताया कि पिछले कुछ सालों में भारतीय टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण में कितना सुधार हुआ है।
अख्तर ने कहा, 'मेरे ख्याल से विराट कोहली ने कप्तान के रूप में शानदार भूमिका निभाई है। मैंने अनुष्का शर्मा को एक बार कहा था- मेरे ख्याल से विराट कोहली कप्तान बनकर गलती कर रहा है। मुझे पता था कि उस पर गजब का दबाव होगा और वो उसे दबा देगा। भारत में इतनी बड़ी जनसंख्या है। वहां 20,000 टीवी सेट और चैनल उसकी आलोचना करने के लिए काफी है। मेरे दिमाग में मुझे लगा, 'वो युवा लड़का है, उसे रन बनाने दो और अपना खेल खेलने दो।'
कोहली अपने तेज गेंदबाजों में आक्रमकता देखना चाहते हैं: शोएब अख्तर
45 साल के शोएब अख्तर गलत साबित होकर खुश हैं। इंटरव्यू में अख्तर ने कोहली को तेज गेंदबाजों में आक्रमकता भरने का श्रेय दिया। अख्तर ने कहा, 'विराट कोहली ने कप्तान बनकर चुनौती ली। उन्होंने अपने ऊपर जिम्मेदारी ली और सुनिश्चित किया कि अपनी जैसी आक्रमकता तेज गेंदबाजों में भी भरे। वो अपने तेज गेंदबाजों में आक्रमकता देखना चाहते हैं। वह मैदान पर असली विराट कोहली नहीं है। वो तेज गेंदबाजा है, जो इशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार या मोहम्मद शमी के रूप में दौड़ता है।'
विराट चाहता है कि उसके तेज गेंदबाज 20 विकेट ले और उसने भारतीय क्रिकेट की मानसिकता बदल दी है। बता दें कि शोएब अख्तर अपने जमाने के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक थे। उन्होंने 178 टेस्ट और 247 वनडे विकेट लिए। अख्तर अपनी गति और आक्रमकता के लिए मशहूर थे। वह विरोधी बल्लेबाजों के लिए बड़ा खतरा साबित होते थे।
शोएब अख्तर ने 2003 विश्व कप में इंग्लैंड के खिलाफ 100.23 एमपीएच की गति से गेंद डाली थी, जिसके कारण उन्होंने काफी सुर्खियां हासिल की थी। शोएब अख्तर को लोग रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से जानते थे। वह पहले गेंदबाज हैं, जिन्होंने 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की है और ऐसा उन्होंने अपने करियर में दो बार किया है।