- खेल और राजनीति: दो 'ऑलराउंडर' भारतीय
- श्रेयसी सिंह और मनोज तिवारी खिलाड़ी भी और नेता भी
- निशानेबाजी और क्रिकेट के धुरंधरों का राजनीति में जलवा
खिलाड़ियों का खेल से संन्यास के बाद राजनीति में आना कोई नयी बात नहीं लेकिन सक्रिय खिलाड़ियों के लिये दोनों मोर्चे संभालना आसान नहीं। निशानेबाज श्रेयसी सिंह और क्रिकेटर मनोज तिवारी हालांकि खेल और राजनीति दोनों मैदानों पर उम्दा पारी खेल रहे हैं। दोनों की सक्रिय खिलाड़ी और जन प्रतिनिधि भी हैं। आगामी प्रतिस्पर्धाओं की तैयारी के साथ वे अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों को भी निभा रहे हैं।
बिहार के जमुई संसदीय क्षेत्र से चुनी गई श्रेयसी को साइप्रस के निकोसिया में और पेरू के लीमा में मार्च में दो आईएसएसएफ शॉटगन विश्व कप खेलने हैं ।दूसरी ओर तिवारी को बृहस्पतिवार से बंगाल के लिये रणजी क्रिकेट खेलना है और वह बायो बबल में हैं। महिला डबल ट्रैप निशानेबाजी में इस समय दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता श्रेयसी ने कहा ,‘‘ यह कई बार काफी थकाऊ हो जाता है । प्रतिस्पर्धाओं की तैयारी और लोगों के लिये काम करना।’’
पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री और हावड़ा जिले की शिवपुर विधानसभा सीट से चुने गए तिवारी ने बबल में प्रवेश करते ही अपने राजनीतिक सचिव से अपने क्षेत्र से जुड़ी सारी फाइलें मंगवा ली। उन्होंने कहा, ‘‘बीसीसीआई ने रणजी ट्रॉफी के लिये पांच दिन का कड़ा पृथकवास रखा है तो मैने बबल में प्रवेश से पहले ही अपनी सारी जरूरी फाइलें और फॉर्म कटक में होटल में मंगवा ली।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पांच दिन में सारी फाइलें पढ़ लूंगा और विधायक के तौर पर अपने काम से जुड़े सभी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर दूंगा।’’
निशानेबाजी और राजनीति में संतुलन बनाने में श्रेयसी के लिये सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि बिहार में शॉटगन रेंज नहीं है । वह विश्व कप में अपने वर्ग में नंबर एक निशानेबाज के तौर पर उतरेंगी।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हर बात कभी पहली बार होती है और पहली बार बिहार से कोई विधायक दुनिया की नंबर एक ट्रैप निशानेबाज है जो आगामी विश्व कप में भारत के लिये खेलेगी । सभी को प्यार और सहयोग के लिये शुक्रिया।’’ पूर्व चैम्पियन मुक्केबाज मैनी पेकियाओ और शतरंज के धुरंधर गैरी कास्पोरोव भी राजनीति में उतरे लेकिन दोनों काम साथ में करने में उतनी कामयाबी नहीं मिली । राज्यसभा सांसद और स्टार मुक्केबाज एम सी मेरीकाम भी सक्रिय खिलाड़ी हैं जबकि कांग्रेस नेता विजेंदर सिंह भी पेशेवर मुक्केबाज हैं।
मनोज तिवारी का खुलासा, कुछ ऐसा देखा कि राजनीति में उतरना पड़ा
अगले एक महीने तक रणजी ट्रॉफी के कारण उनकी गैर मौजूदगी में क्षेत्र में काम कैसे होगा, यह पूछने पर तिवारी ने कहा, ‘‘सभी स्थानीय नेताओं, वार्ड पार्षदों को जानकारी है कि कैसे क्या करना है ।मैने कानून और व्यवस्था या स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थिति होने पर सभी मंजूरियां दे दी है । वैसे भी दिन का खेल समाप्त होने के बाद मैं उपलब्ध हूं।’’