भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच भी चेन्नई में खेला जाना है। बीसीसीआई और प्रशासन ने तय किया था कि इस मैच के लिए सीमित संख्या में दर्शकों को मैदान पर आकर मैच देखने की इजाजत दी जाएगी। कोरोना काल में ये पहला मौका होगा जब भारतीय मैदान पर दर्शक नजर आएंगे। बस फिर क्या था, टिकट लेने के लिए फैंस की भीड़ उमड़ पड़ी।
एमए चिदंबरम स्टेडियम में दूसरे टेस्ट के टिकटों के लिए क्रिकेट फैंस की भीड़ उमड़ पड़ी और इस बीच सामाजिक दूरी (Social distancing) के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गयी। सभी टिकटों की बिक्री हालांकि ऑनलाइन की गयी लेकिन प्रशंसकों को टिकट लेने के लिये स्टेडियम आना पड़ा।
तमिलनाडु क्रिकेट संघ (टीएनसीए) ने दूसरे टेस्ट मैच के लिये स्टेडियम की क्षमता के 50 प्रतिशत दर्शकों को अनुमति दी है। गुरुवार को पूरे दिन सोशल मीडिया पर यह चर्चा चलती रही कि स्टेडियम के बाहर लंबी कतारें लगी हुई हैं और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, लेकिन टीएनसीए के एक अधिकारी ने कहा कि शुरू में भ्रम की स्थिति बन गयी थी लेकिन जल्द ही चीजों को सुलझा दिया गया।
अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘टीएनसीए ने घोषणा की थी कि दूसरे टेस्ट मैच के लिये ऑनलाइन बुक किये गये टिकटों को 11 फरवरी से लिया जा सकता है। हालांकि लगता है कि वे इसे गलत समझ बैठे और स्टेडियम में आ गये जिसके कारण भीड़ हो गयी और भ्रम की स्थिति बन गयी।’’
अधिकारी ने इसके साथ ही कहा कि शुक्रवार से टिकटों को सुचारू रूप से जारी किया जाएगा। सामाजिक दूरी के नियमों का उल्लंघन करने के अलावा यह भी रिपोर्ट आयी कि लंबे समय तक कतार में रहने के कारण एक व्यक्ति बेहोश हो गया था।