- सौरव गांगुली VS महेंद्र सिंह धोनी
- दादा और माही में कौन था भारत का ज्यादा सफल टेस्ट कप्तान
- दादा ने बनाई टीम, माही उस टीम को मजबूत बनाकर आगे ले गए
भारतीय टेस्ट टीम ने बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन 90' का दशक खत्म होने के बाद टेस्ट टीम में एक अलग सा रुतबा नजर आया। इसका श्रेय काफी हद तक पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को गया, जिन्होंने अपने आक्रामक रवैये से भारत को विदेश में जूझने का मंत्र दिया। उन्होंने कई ऐसे युवा खिलाड़ी टीम में शामिल किए जो आगे स्टार बने। दादा का दौर बीता तो फिर कुंबले और द्रविड़ के छोटे-छोटे कप्तानी कार्यकाल के बाद महेंद्र सिंह धोनी को ये जिम्मेदारी सौंपी गई। इस बार टेस्ट टीम की कप्तान एक ऐसे खिलाड़ी के हाथ में थी जो दादा से काफी अलग था..शुरुआत में किसी ने उम्मीद नहीं की थी लेकिन फिर इतिहास में उनका नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होता चला गया।
एक का जन्म 7 जुलाई (धोनी) को हुआ तो दूसरे का 8 जुलाई (गांगुली) को..एक आक्रामक, तो दूसरा शांत..एक ने टीम बनाई तो दूसरे ने उस टीम को अच्छे से संभाला और तराशा। गांगुली और धोनी में काफी फर्क थे लेकिन इसका फायदा सिर्फ और सिर्फ भारतीय टेस्ट टीम को हुआ। दोनों की सालों की मेहनत ही थी कि धोनी की कप्तानी में सालों बाद टीम इंडिया एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट में नंबर.1 टीम बनी और फिर उनके उत्तराधिकारी विराट कोहली को इस लय का पूरा फायदा मिला, नतीजतन आज भारत सबसे पुराने क्रिकेट प्रारूप में शीर्ष-3 टीमों में लगातार बनी हुई है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
ईएसपीएनक्रिकइंफो द्वारा गांगुली और धोनी के कुछ आंकड़े सामने रखे गए हैं जो ये बताते हैं कि नंबर गेम में किसका पलड़ा भारी है। कौन अब तक भारतीय टेस्ट कप्तान के रूप में ज्यादा सफल रहा है। आइए जानते हैं आंकड़ों के नजरिए से..
कप्तानी घर में
सौरव गांगुली - 21 टेस्ट | 10 जीते | 3 हारे | 47.6% जीत प्रतिशत | 14.3% हार प्रतिशत
एमएस धोनी - 30 टेस्ट | 21 जीते | 3 हारे | 70% जीत प्रतिशत | 10% हार प्रतिशत
कप्तानी विदेश में
सौरव गांगुली - 29 टेस्ट | 11 जीते | 10 हारे | 39% जीत प्रतिशत | 36% हार प्रतिशत
एमएस धोनी - 30 टेस्ट | 6 जीते | 15 हारे | 20% जीत प्रतिशत | 50% हार प्रतिशत
विराट ने तोड़ दिए रिकॉर्ड
दादा और धोनी ने टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में ऊंचाइयों तक पहुंचाया और अब विराट कोहली उस सफर को आगे बढ़ा रहे हैं और बेहद मजबूती से इस काम को अंजाम दे रहे हैं। विराट ने टेस्ट कप्तानी में धोनी और दादा, दोनों को पीछे छोड़ दिया है और अब वो भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। विराट ने टेस्ट कप्तान बनने के बाद अब तक 55 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है जिसमें से भारत ने 33 जीते, 12 हारे और 10 मैच ड्रॉ रहे। इस तरह उनका जीत प्रतिशत 60% प्रतिशत है।