श्रीलंका टीम और क्रिकेट बोर्ड के बीच सेंट्रल कॉन्ट्रॉक्ट को लेकर विवाद जारी है। अब श्रीलंकाई वनडे टीम के कप्तान कुसल परेरा ने बोर्ड से तकरार पर अहम बयान दिया है। उनका कहना कहना है कि श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के साथ कॉन्ट्रॉक्ट एक मसला है, जिसका क्रिकेटर्स पर असर पड़ा है। हालांकि, कप्तान ने साथ ही विवाद के हल होने की भी उम्मीद जताई है। बता दें कि श्रीलंका के क्रिकेटर्स ने बोर्ड द्वारा ऑफर किए गए नए कॉन्ट्रॉक्ट पर साइन करने से इनकार कर दिया है, क्योंकि उन्हें लगता है कि कुछ खिलाड़ियों को अनुचित अनुबंध दिए गए हैं।
'मुझे उम्मीद है बोर्ड से बात कर सकते हैं'
ईएसपीएनक्रिकइंफो की एक रिपोर्ट के अनुसार, निरोशन डिकवेला और धनंजय डी सिल्वा को सबसे आकर्षक डील दी गई है जबकि अनुभवी ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज को 80,000 डॉलर के अनुबंध की पेशकश की गई है जो पिछले साल की उनके बेस सैलरी से 50,000 डॉलर कम है। इसके अलावा, टेस्ट कप्तान दिमुथ करुणारत्ने की वार्षिक फीस लगभग 100,000 डॉलर से गिरकर 70,000 डॉलर कर दी गई। परेरा ने कहा, 'हमें कॉन्ट्रॉक्ट को लेकर चिंतित हैं। हम यह नहीं कह सकते कि यह हमें प्रभावित नहीं कर रहा है, जोकि एक झूठ होगा। लेकिन मुझे उम्मीद है कि हम क्रिकेट बोर्ड से बात कर सकते हैं और इसे निष्पक्ष रूप से हल कर सकते हैं।'
'टीम का ध्यान वनडे सीरीज जीतने पर है'
परेरा ने कहा कि टीम का ध्यान बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज जीतने पर है और श्रीलंका वापसी के बाद खिलाड़ी क्रिकेट बोर्ड से इस मुद्दे पर बातचीत करेंगे। परेरा ने कहा, 'हम श्रीलंका वापस आएंगे और बोर्ड के साथ कॉन्ट्रॉक्ट के संबंध में चर्चा करेंगे। लेकिन उससे पहले हम सिर्फ यह सोचने की कोशिश कर रहे हैं कि इस सीरीज को कैसे जीतें?' उन्होंने कहा कि मैं खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देने की कोशिश कर रहा हूं ताकि वह मैदान पर पूरे दमखम के साथ खेल सकें। अगर वे डरे रहेंगे हैं तो उनका स्किल के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ नहीं निकलेगा।
24 क्रिकेटरों ने नए कॉन्ट्रेक्ट को ठुकराया
गौरतलब है कि श्रीलंका के मौजूदा सभी 24 क्रिकेटर्स ने नए कॉन्ट्रेक्ट के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। इन खिलाड़ियों का कहना है कि जिस तरीके से अनुबंध श्रेणियों को बांटा गया है उसमें पारदर्शिता की कमी है। क्रिकेटर्स की ओर से जारी बयान में, अटॉर्नी निशान सिडनी प्रेमथिरत्ने ने कहा कि खिलाड़ी अनुचित और गैर-पारदर्शी अनुबंधों पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमत नहीं हैं और एसएलसी से खिलाड़ियों को बंदूक की नोक पर या खिलाड़ियों को अल्टीमेटम नहीं देने का अनुरोध करते हैं। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, नए करार पर हस्ताक्षर करने के लिए खिलाड़ियों को तीन जून तक का समय दिया गया है।