- डेनिस कॉमप्टन का जन्म 23 मई 1918 को इंग्लैंड के हेंडन शहर में हुआ था
- अपने हुनर के दम पर वो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इंग्लैंड के हीरो बन गए थे
- इंग्लैंड की तरफ से टेस्ट में 5,807 रन बनाए और आर्सेनल फुटबॉल क्लब के सदस्य रहे
नई दिल्ली: इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर डेनिस कॉमप्टन का आज जन्मदिन है। 23 मई 1918 को इंग्लैंड के हेंडन में जन्में डेनिस को ओरिजनल ब्रिलक्रीम ब्वॉय के रूप में पहचाना जाता है। वह इस क्रीम के पर्यायवाची बन गए थे।
डेनिस कॉमप्टन बहुत ही प्रतिभावान बल्लेबाज थे, जो अपने स्वीप शॉट के लिए काफी मशहूर थे। डेनिस कॉमप्टन में युवाओं जैसा जोश और घोड़े जैसी फुर्ति थी। हालांकि, वह इंजमाम उल हक जैसे दौड़ने पर विश्वास नहीं रखते थे। इसके अलावा कॉमप्टन शानदार फील्डर होने के साथ-साथ बाएं हाथ के बेहतरीन स्पिनर थे।
डेनिस कॉमप्टन ने क्रिकेट में एकछत्र राज किया। उन्होंने 1947 में 3816 रन बनाए, जिसमें रिकॉर्ड 18 शतक शामिल थे। इनमें से 11 शतक मिडिलसेक्स के लिए काउंटी चैंपियनशिप में जमाए गए थे। उन्होंने 72 विकेट भी चटकाए थे।
इससे डेनिस कॉमप्टन की क्रिकेट में महानता का प्रमाण मिलता है कि खेल का कोई भी विभाग हो, वो सभी में अव्वल रहना पसंद करते थे। कॉमप्टन ने अपने करियर में कुल 17 शतक जमाए, जिसमें से 13 शतक इंग्लैंड के लिए थे। इंग्लैंड के डेनिस कॉमप्टन ने 1954 में ट्रेंटब्रिज में पाकिस्तान के खिलाफ 278 रन बनाए थे, जो उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी था।
रिकॉर्ड तिहरा शतक
डेनिस कॉमप्टन ने फर्स्ट क्लास इतिहास में सबसे तेज तिहरा शतक भी जमाया था। 1948-49 में बेनोनी में एमसीसी के लिए खेलते हुए एनई ट्रांसवाल के खिलाफ कॉमप्टन ने केवल 181 मिनटों में तिहरा शतक जड़ा था।
कॉम्पटन इंग्लैंड के महानतम क्रिकेटर्स में से एक रहे। उन्होंने 1937 से 1957 के बीच इंग्लैंड के लिए 78 टेस्ट खेले, जिसमें 50.06 की औसत से 5,807 रन बनाए। फर्स्ट क्लास में तो उनका रिकॉर्ड और भी बेहतरीन था। उन्होंने इस स्तर पर 40 हजार से ज्यादा रन और 622 विकेट अपने किए थे।
डेनिस की शख्सियत लाजवाब थी। अपने हुनर के दम पर वो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इंग्लैंड के हीरो बन गए थे। इंटरनेशनल क्रिकेट में दस्तक देने से पहले वह एक फुटबॉलर के रूप में काफी शोहरत हासिल कर चुके थे। उन्होंने साल 1934-35 के दौरान ननहेड क्लब के साथ अपने फुटबॉल करियर की शुरुआत की और बाद में मशहूर आर्सेनल क्लब के साथ मिडफील्डर बनकर जुड़े।
डेनिस ने अपने प्रदर्शन की बदौलत आर्सेनल को साल 1948 में लीग का चैंपियन बनाया। इसके अलावा इस टीम को 1950 में एफए कप भी जिताया था। अपनी जिंदगी की आखिरी सांस इस खिलाड़ी ने 23 अप्रैल 1997 को ली।