- बिन्नी की घातक गेंदबाजी की बदौलत टीम इंडिया ने किया था 105 रन के स्कोर का बचाव
- अपने घातक स्पेल में 28 गेंद में से 26 में बिन्नी ने नहीं दिया था कोई रन
- 47 रन के अंतर से जीत दिलाकर लहाराया था भारत का परचम
नई दिल्ली: भारत को पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाली टीम के सदस्य रहे रोजर बिन्नी के 37 वर्षीय पुत्र स्टुअर्ट बिन्नी ने सोमवार को आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। ऐसे में क्रिकेट प्रशंसकों ने जब उनके टीम इंडिया के साथ छोटे से क्रिकेट करियर पर वापस नजर डाली तो हर कोई 17 जून 2014 को ढाका में भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए सीरीज के दूसरे वनडे मैच पर आकर टिक गया।
ये मैच स्टुअर्ट बिन्नी के करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि रहा था। इस मैच में बिन्नी ने अपनी शानदार गेंदबाजी के बल पर भारतीय टीम को अंसभव सी जीत दिलाई थी। इस मैच में बिन्नी ने 4.4 ओवर में 2 मेडन सहित चार रन देकर कुल 6 विकेट चटकाए थे।
105 रन पर ढेर हो गई थी टीम इंडिया
बारिश से प्रभावित उस मैच में सुरेश रैना की कप्तानी वाली भारतीय टीम को बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया। ऐसे में तेज गेंदबाजी के लिए मुफीद मौसम और पिच पर बांग्लादेश के तेज गेंदबाजों मशरफे मुर्तजा, अल अमीन और ताशकिन अहमद ने कहर परपाते हुए टीम इंडिया को महज 105 रन पर ढेर कर दिया। ताश्कीन अहमद ने 28 रन देकर 5 विकेट लिए।
हार का मंडरा रहा था खतरा
105 रन के स्कोर पर ढेर होने के बाद टीम इंडिया के ऊपर हार का खतरा मंडराने लगा था। ऐसे में मोहित शर्मा ने उमेश यादव के साथ भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत करते हुए कहर परपा दिया और 3 ओवर में बांग्लादेश के दो विकेट झटक लिए। दूसरे छोर से गेंदबाजी कर रहे उमेश यादव कोई विकेट नहीं ले सके ऐसे में कप्तान रैना ने गेंद स्टुअर्ट बिन्नी के हाथ में थमा दी।
बिन्नी ने बरपाया गेंदबाजी में कहर
बिन्नी के गेंद हाथ में लेते ही बांग्लादेश के बल्लेबाजों के बीच आयाराम-गयाराम वाली कहाना शुरू हो गई। एक-एक करके बिन्नी ने 6 विकेट चटका दिए। बांग्लादेश के बल्लेबाजों को बिन्नी की गेंदबाजी से बचने का कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था। बिन्नी और मोहित शर्मा की घातक गेंदबाजी की बदौलत बांग्लादेश की पूरी टीम 17.4 ओवर में 58 रन बनाकर ढेर हो गई। मोहित शर्मा ने 4 और बिन्नी ने 6 विकेट झटके।
सबसे किफायती गेंदबाजी का बनाया था वर्ल्ड रिकॉर्ड
बिन्नी ने अपने 4.4 ओवर के स्पेल में केवल 4 रन खर्च करके 6 विकेट अपने नाम किए थे। उन्होंने कुल 28 गेंद फेंकी जिसमें से 26 गेंद में उन्होंने कोई रन नहीं दिया। इस मैच में उनकी इकोनॉमी 0.85 की रही जो कि एक वनडे मैच में 6 विकेट लेने वाले खिलाड़ियों में सर्वश्रेष्ठ इकोनॉमी का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड था। उनका ये रिकॉर्ड आज 7 साल बाद भी जस का तस कायम है।
बिन्नी की इस शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने 105 रन के स्कोर का बचाव करते हुए 47 रन के अंतर से जीत हासिल की थी। बिन्नी को इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया था। वनडे क्रिकेट इतिहास में उनके इस प्रदर्शन को हमेशा याद किया जाएगा।