भारत और पाकिस्तान के बीच आपने कई रोमांचक व दिलचस्प मुकाबले देखे होंगे लेकिन इस दोनों के क्रिकेट इतिहास में एक मैच जो सबसे यादगार रहा था, उसे अब शायद बहुत से लोग भुला चुके हैं। वो मुकाबला जिसने पूरे भारत को झूमने पर मजबूर कर दिया था। ये मुकाबला था 1980 में पाकिस्तान के भारत दौरे पर खेला गया टेस्ट सीरीज का पांचवां मैच। आज ही की तारीख (20 जनवरी) गवाह बनी थी उस मैच में भारत की यादगार जीत की जिसके साथ ही भारत ने 6 मैच की वो सीरीज अपने नाम करके 27 साल का सूखा खत्म किया था।
सुनील गावस्कर की कप्तानी में टीम इंडिया 1980 में पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर उतरी थी जबकि पाकिस्तानी टीम में स्टार खिलाड़ी के रूप में इमरान खान तो मौजूद थे लेकिन कप्तान थे आसिफ इकबाल। भारतीय टीम ने 27 साल से पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज नहीं जीती थी, ऐसे में जब पांचवें टेस्ट का अंत हुआ और भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज अपने नाम की तो पूरे देश में जश्न मनाया गया।
पाकिस्तान की पहली पारी
मेहमान पाकिस्तानी टीम चेन्नई के मैदान पर टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी थी। पहली पारी में पाकिस्तानी टीम 272 रन पर सिमट गई। उनकी टीम में सिर्फ 56 रन बनाने वाले मजीद और नाबाद 34 रन बनाकर अंत तक टिके रहने वाले इमरान खान थोड़ा बहुत दम दिखाने में सफल रहे। भारतीय गेंदबाज कपिल देव ने 5 विकेट लेकर पाकिस्तान को बेहाल कर दिया था।
गावस्कर का जलवा दिखा
इसके बाद भारतीय टीम जवाब देने उतरी तो पहली पारी में कप्तान व ओपनर सुनील गावस्कर ने 166 रनों की लाजवाब पारी खेलकर पाकिस्तानी खिलाड़ियों की नींद उड़ा दी। जबकि 5 विकेट लेने वाले कपिल देव ने बल्ले से भी दम दिखाया और 84 रन बनाए। भारतीय टीम ने ऑलआउट होने से पहले 430 रनों का स्कोर खड़ा करके अच्छी-खासी बढ़ भी ले ली। इस दौरान इमरान खान ने 5 विकेट लिए लेकिन वो मेहनत कपिल-गावस्कर के सामने बेकार जाती दिखी।
कपिल फिर चमके और इस बार कमाल कर दिया
दूसरी पारी में जब पाकिस्तानी टीम उतरी तो उन्हें कपिल देव का दम फिर देखने को मिला और इस बार पहली पारी से भी बेहतर अंदाज में। कपिल देव ने सिर्फ 56 रन लुटाते हुए पाकिस्तान के अकेले 7 विकेट चटका डाले। पूरी पाकिस्तानी टीम 233 रन पर ढेर हो गई।
भारत को मिला आसान लक्ष्य
भारतीय टीम को महज 76 रनों का आसान सा लक्ष्य मिला जिसे ओपनर्स सुनील गावस्कर (नाबाद 29) और चेतन चौहान (नाबाद 46) ने आसानी से हासिल किया और भारत को 10 विकेट से यादगार जीत मिली। इसके साथ ही भारतीय टीम ने 6 मैचों की इस सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली। पहले पांच टेस्ट मैचों में शुरुआती दो टेस्ट ड्रॉ रहे थे जबकि तीसरा टेस्ट भारत ने 131 रन से जीता। चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा। पांचवां टेस्ट भारत ने जीता और सीरीज को कब्जे में कर लिया। छठा टेस्ट भी ड्रॉ रहा था। भारत ने 27 साल में पहली बार पाकिस्तान को किसी टेस्ट सीरीज में हराया था।