- सुनील गावस्कर ने शेन वॉर्न को लेकर दिए विवादित बयान पर सफाई दी
- गावस्कर ने वॉर्न को महानतम स्पिनर नहीं माना था
- आलोचनाएं तेज होते देख गावस्कर ने सफाई पेश की है
भारत के महान पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने शेन वॉर्न (Shane Warne) को श्रद्धांजलि देते हुए एक टीवी चैनल पर एक ऐसा बयान दिया जो चर्चा का विषय बन गया। दिवंगत वॉर्न को लेकर दिए गए उनके इस बयान की ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में भी काफी आलोचना हुई है। गावस्कर ने अपने इस बयान में वॉर्न को महानतम स्पिनर मानने से इनकार किया। हालांकि अब विवाद बढ़ता देख गावस्कर ने अपने उस बयान को लेकर सफाई दी है।
जब सुनील गावस्कर से ‘इंडिया टुडे’ को दिए गए इंटरव्यू में ये पूछा गया कि क्या वो वॉर्न को महानतम स्पिनर मानते हैं, तो इस पर गावस्कर ने कहा था कि, ‘‘मैं ऐसा नहीं कहूंगा। मेरी नजर में भारतीय स्पिनर और मुथैया मुरलीधरन उनसे बेहतर हैं। इसका कारण यह है कि भारत के खिलाफ शेन वॉर्न का रिकॉर्ड औसत रहा है। भारत में उन्होंने एक ही बार नागपुर में 5 विकेट लिए थे।’’ गावस्कर ने ये भी कहा कि, ‘‘भारतीय खिलाड़ियों के खिलाफ उन्हें अधिक सफलता नहीं मिली क्योंकि भारतीय स्पिन को बखूबी खेलते हैं। इसलिये मैं उन्हें महानतम नहीं कहूंगा। मुथैया मुरलीधरन भारत के खिलाफ अधिक कामयाब रहे हैं। मैं उन्हें वॉर्न से ऊपर रखूंगा।’’
अब गावस्कर ने ऐसे दी सफाई
जब उनके बयान को लेकर आलोचना तेज हुई तो गावस्कर ने कहा है कि, "टीवी पर मुझसे ये पूछा गया कि क्या शेन वॉर्न महानतम स्पिनर थे और मैंने उस पर ईमानदारी से अपने निजी विचार रखे। देखा जाए तो ये सवाल पूछा ही नहीं जाना चाहिए था, और ना ही उसका जवाब दिया जाना चाहिए था, क्योंकि वो सही समय नहीं था तुलना करने का। वॉर्न इस खेल को खेलने वाले महान खिलाड़ियों में से एक थे। रॉडनी मार्श भी इस खेल को खेलने वाले सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में एक थे। उनकी आत्मा को शांति मिले।"
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गौरतलब है कि मुथैया मुरलीधरन और शेन वॉर्न विश्व क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे और उनके रिकॉर्ड आज भी कायम हैं। श्रीलंका के पूर्व महान ऑफ स्पिनर मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक 800 विकेट हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मुरलीधरन ने 1347 विकेट लिए थे।
वहीं शेन वॉर्न ने 708 टेस्ट विकेट लिए, जबकि सभी प्रारूपों को मिलाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने 1001 विकेट लिए थे। इन दोनों पूर्व गेंदबाजों के अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई भी गेंदबाज हजार विकेट का आंकड़ा नहीं छू सका है।