- सुनील गावस्कर ने भारत की खराब फील्डिंग पर तंज कसा
- भारतीय खिलाड़ियों ने मार्नस लाबुशेन के आसान कैच टपकाए
- तंज कसते हुए गावस्कर ने कहा कि ऐसा लगता है कि भारतीय क्रिस्मस मूड में हैं
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन को एडिलेड टेस्ट के दूसरे दिन भाग्य और भारतीय खिलाड़ियों का खूब साथ मिला। लाबुशेन को दूसरे दिन कई जीवनदान मिले। वनडे और टी20 इंटरनेशनल सीरीज के समान भारतीय फील्डिंग एक बार फिर अच्छी नहीं रही। 26 साल के लाबुशेन को पहले दो सेशन में तीन बार जीवनदान मिले।
इस टेस्ट की शुरूआत भारतीय कप्तान विराट कोहली के टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के फैरने से हुई। भारत की पहली पारी 244 पर रन पर सिमट गई। कोहली अपनी टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर रहे। उन्होंने 74 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे सफल मिचेल स्टार्क रहे। उन्होंने 53 रन देकर चार विकेट चटकाए। दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजी आक्रमण ने अपनी सटीक लाइन और लेंथ के दम पर विरोधी टीम पर दबाव बनाया। जसप्रीत बुमराह ने शुरूआत में टीम इंडिया को जल्दी-जल्दी विकेट दिलाएं।
खराब फील्डिंग से नाखुश सुनील गावस्कर
14वें ओवर में भारत के पास लय अपने पक्ष में मोड़ने का अवसर था जब मार्नस लाबुशेन के बल्ले से गेंद लगकर विकेटकीपर साहा की तरफ गई थी। विकेटकीपर ने गेंद की तरफ डाइव लगाई, लेकिन बल्लेबाज भाग्यशाली रहे कि गेंद साहा के आगे गिरी। लाबुशेन को एक और जीवनदान तब मिला जब स्क्वायर लेग पर मौजूद पृथ्वी शॉ ने उनका आसान कैच टपका दिया।
जसप्रीत बुमराह ने शॉर्ट गेंद डालकर लाबुशेन को अपने जाल में फंसा लिया था, लेकिन शॉ तब पोजीशन में ही नजर नहीं आए और आसान कैच छोड़ दिया। टीम इंडिया को तीसरा मौका भी मिला था कि लाबुशेन को आउट करें, तब मोहम्मद शमी की गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने कैच टपका दिया।
भारतीय टीम की खराब फील्डिंग ने पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को काफी निराश किया। महान बल्लेबाज ने खराब फील्डिंग पर चुटकी ली और कहा कि टीम इंडिया ने आसान कैच टपकाकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक सप्ताह पहले ही क्रिस्मस गिफ्ट दिया। पृथ्वी शॉ ने जब कैच छोड़ा तब गावस्कर ने कमेंट्री करते हुए कहा, 'मुझे बस ऐसा लगता है कि भारतीय इस समय क्रिस्मस मूड में हैं। वो ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों को एक सप्ताह पहले ही क्रिस्मस गिफ्ट दे रहे हैं।'