- गावस्कर चाहते हैं कि 2023 तक बीसीसीआई अध्यक्ष बने रहे सौरव गांगुली
- गांगुली और जय शाह ने कार्यकाल बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज करा रखी है
- गांगुली और शाह के भविष्य पर सुप्रीम कोर्ट 17 अगस्त को मामले की सुनवाई करेगा
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर चाहते हैं कि सौरव गांगुली 2023 विश्व कप तक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अध्यक्ष पद पर बरकरार रहे। सुप्रीम कोर्ट अगले महीने सौरव गांगुली और बीसीसीआई सचिव जय शाह की याचिका पर सुनवाई करने वाली है। बोर्ड को दोनों के कार्यकाल 2025 तक बढ़ने की उम्मीद है।
बीसीसीआई के नए संविधान के मुताबिक उन लोगों के लिए तीन साल का कूलिंग पीरियड जरूरी है, जिन्होंने बीसीसीआई में 6 साल या दो बार अधिकारी या किसी राज्य संघ में जिम्मेदारी निभाई हो। जहां शाह का कार्यकाल मई में समाप्त होना था, वहीं गांगुली के कार्यकाल समाप्त होने में कुछ दिन बचे हैं। सु्प्रीम कोर्ट 17 अगस्त को सुनवाई के बाद इनके भविष्य का फैसला करेगी।
गांगुली की इस बात से खुश हैं गावस्कर
इस बीच गावस्कर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले में देरी से भारतीय क्रिकेट अधर में अटका हुआ है, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि गांगुली और उनकी टीम अगले विश्व कप तक बरकरार रहे, जिसकी मेजबानी 2023 में भारत को करनी है। गावस्कर ने कहा कि गांगुली बीसीसीआई में अच्छे लीडर के रूप में उभरे हैं और उन्होंने भारतीय टीम के कप्तान के समान अपने बीसीसीआई कार्यकाल में शानदार काम किया।
गावस्कर ने मिड-डे के अपने कॉलम में लिखा, 'सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई द्वारा कई याचिकाओं पर सुनवाई स्थगित की, जिसकी वजह से भारतीय क्रिकेट अधर में लटक गया है। मुझे भरोसा है कि भारतीय क्रिकेट से कई ज्यादा महत्वपूर्ण मामले सर्वोच्च न्यायालय के सामने होंगे, लेकिन भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को नतीजे का बेसब्री से इंतजार है। निजी तौर पर मैं चाहता हूं कि सौरव और उनकी टीम 2023 विश्व कप तक काम करे, लेकिन देखते हैं कि कोर्ट क्या फैसला सुनाती है।'
गावस्कर ने आगे कहा, 'सौरव गांगुली ने जिस तरह कड़े समय में भारतीय टीम का निर्माण करके फैंस का विश्वास जीता था, वैसा ही काम बीसीसीआई प्रशासन में वो और उनकी टीम करके दिखाने की क्षमता रखती है।' बीसीसीआई से संबंधित अन्य मामलों पर भी सुप्रीम कोर्ट 17 अगस्त को सुनवाई करेगी। यह देखना होगा कि अगले सप्ताह आईपीएल गवर्निंग काउंसिल बैठक में गांगुली और शाह की उपस्थिति कोर्ट की अवमानना में गिनाई जाएगी या नहीं।