- पाकिस्तान को 5 विकेट से मात देकर फाइनल में पहुंचा ऑस्ट्रेलिया
- जारी रहा नॉकआउट दौर में 34 साल से चला आ रहा जीत का सिलसिला
- मैच से पहले फिंच को सता रहा था इस बात का डर
दुबई: पाकिस्तान क्रिकेट टीम की टी20 वर्ल्ड कप में कहानी गुरुवार को दुबई में शाहीन अफरीदी की गेंद पर मैथ्यू वेड के लगातार तीन छक्कों के साथ खत्म हो गई। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तानी टीम ने 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 176 रन का स्कोर खड़ा किया था। जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 19 ओवर में 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया। 11 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए जीत की पटकथा मैथ्यू वेड और मार्कस स्टोइनिस ने 41 गेंद में 81 रन के साथ खत्म हो गई। मैथ्यू वेड ने 17 गेंद में नाबाद 41 रन की पारी खेलकर मैच का पासा पलट दिया। 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर हसन अली ने मैथ्यू वेड का कैच छोड़ दिया। और यही उसे भारी पड़ गया।
जीत के लिए लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारू टीम ने पहले ही ओवर की तीसरी गेंद पर कप्तान आरोन फिंच खाता खोले बगैर पवेलियन वापस लौट गए थे। ऐसी शुरुआत से ऑस्ट्रेलियाई टीम अंत में बाजी अपने नाम करने में सफल रही और पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप के नॉकआउट राउंड में अपराजेय रहने का 34 साल से चले आ रहे सिलसिले को कायम रखा। अब 14 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया की खिताबी भिड़ंत चिरप्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के साथ होगी।
कभी नहीं लगा हम मैच हमारी झोली में है
फाइनल में पहुंचने के बाद कंगारू कप्तान आरोन फिंच ने कहा, यह एक शानदार मैच था। ईमानदारी से कहूं तो मुझे पूरे मैच के दौरान नहीं लगा था कि मैच हमारी झोली में आ गया है। जिस तरह मैथ्यू वेड ने नब्ज थामकर बल्लेबाजी की वो शानदार रही। उनकी और मार्कस स्टोइनिस के बीच हुई साझेदारी अहम साबित हुई।
शाहीन अफरीदी की जिस गेंद पर खाता खोले बगैर आरोन फिंच पवेलियन वापस लौटे उसकी तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, वह गेंद शानदार थी। मैं अपने पैर पिच पर सही तरह से नहीं चला पाया। टी20 क्रिकेट में ऐसा होता है। आपके सामने कई बार शुरुआत में अच्छी गेंदें आती हैं।
खराब थी हमारी फील्डिंग, छोड़े कैच
अपनी टीम की खराब फील्डिंग की चर्चा करते हुए फिंच ने कहा, आज हमने फील्डिंग के दौरान कई कैच टपकाए, हालांकि उनमें से कुछ कैच मुश्किल भी थे। लेकिन आज टीम ने जो प्रदर्शन किया है वो शानदार रहा। हम इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद अपनी टीम से करते हैं, जहां टीम के सभी खिलाड़यों ने जीत में अपना योगदान दिया है।
मुझे था टॉस हारने का डर
टॉस जीतकर लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों के हाथ जीत लग रही है, इसके जवाब में उन्होंने कहा, ये बेहद मुश्किल है। आज मैदान पर ओस नहीं खी लेकिन दूधिया रोशनी में गेंद थोड़ी तेज आ रही थी। मुझे लग रहा था कि मैं टॉस हार जाऊंगा और हमें पहले बल्लेबाजी करनी पड़ेगी और लक्ष्य का बचाव करना पड़ेगा लेकिन अंत में लक्ष्य का पीछा करना अच्छा रहा और अंत में हम जीत हासिल करने में सफल रहे हैं। हालांकि वेड और स्टोयनिस ने जिस तरीके की पारी खेली वह अदभुत था। मैं सोच रहा था कि मैं टॉस हारने वाला हूं और हमें पहले बल्लेबाज़ी करनी पड़ेगी। हालांकि पिच पर आज ओस नहीं थी।