- वेंकटेश प्रसाद ने बताया कि अजहर, गांगुली और तेंदुलकर में से कौन है बेस्ट
- वेंकटेश प्रसाद ने एक पोडकास्ट में बातचीत के दौरान कई खुलासे किए हैं
- वेंकटेश प्रसाद ने जानिए इन तीनों में से किसे सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तान बताया
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने 90 के दशक में जवागल श्रीनाथ के साथ मिलकर काफी सुर्खियां बटोरी। इनकी तेज गेंदबाज जोड़ी ने दुनियाभर में अपना जलवा बिखेरा था। वेंकटेश प्रसाद अपनी धीमी गति की गेंदों के मिश्रण के लिए भी जाने जाते थे। बहरहाल, प्रसाद ने अपने करियर के दौरान कई दिग्गजों मोहम्मद अजहरुद्दीन, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की कप्तानी में खेला है।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1996 विश्व कप के सेमीफाइनल में आमिर सोहेल के साथ यादगार विवाद को लेकर पहचाने जाने वाले वेंकटेश प्रसाद ने खुलासा किया है कि उनके मुताबिक सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तान कौन है। प्रसाद ने अपने खेलने वाले दिनों की बात करते हुए सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तान का चयन किया। प्रसाद ने अपने करियर की शुरूआत मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में की और सौरव गांगुली के कप्तान बनने के बाद उन्होंने अपने जूते टांग दिए थे।
वैसे, अजहरुद्दीन और गांगुली के अलावा पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नेतृत्व में भी खेला है। प्रसाद से हाल ही में पूछा गया कि इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके लिए सर्वश्रेष्ठ कप्तान कौन है। द ग्रेड क्रिकेटर पोडकास्ट में बातचीत करते हुए वेंकटेश प्रसाद ने इसका खुलासा करते हुए मोहम्मद अजहरुद्दीन को चुना है। प्रसाद ने कहा कि वह हमेशा अजहर के साथ कंफर्टेबल रहे।
मैं अपनी फील्डिंग खुद जमाता था: प्रसाद
भारतीय टीम के लिए वनडे में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले पांचवें तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने समझाया कि अपने खेलने वाले दिनों में अजहर बाकी भारतीय कप्तानों से अलग क्यों थे। उन्होंने कहा, 'मैं यहां बहुत कुटनीतिक जवाब दे सकता हूं। आसानी से कह सकता हूं कि देखिए हर कोई अपने मायने में अलग है। मगर मैं हमेशा सहज रहा जब अजहर कप्तान थे क्योंकि वह सिर्फ आपकी तरफ गेंद फेंकते थे और पूछते थे कि क्या फील्ड चाहिए। और जब मैं फील्ड सेट करूं, तो उस फील्ड के मुताबिक गेंदबाजी करने की जिम्मेदारी मेरी होती थी। तो इस तरह हमारी जमती थी।'
प्रसाद 1994 से 1996 तक अजहरुद्दीन के नेतृत्व वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे। अजहर ने कुल 174 मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की और उनके नेतृत्व में एशियाई दिग्गज टीम 90 मैच जीतने में कामयाब रही। प्रसाद ने टेस्ट करियर में 96 जबकि वनडे में 196 विकेट झटके।
सचिन-विराट में कौन बेहतर?
वेंकटेश प्रसाद ने हाल ही में बताया था कि विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर में से कौन बेहतर है। द ग्रेड क्रिकेटर पोडकास्ट पर बातचीत करते हुए वेंकटेश प्रसाद ने मैदान में विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर के चरित्र में बड़ा फर्क बताया। प्रसाद ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो दोनों ही शानदार व्यक्ति हैं। एक तरफ सचिन तेंदुलकर बेहद सौम्य हैं जबकि विराट कोहली बहुत आक्रामक, लेकिन उनका रवैया ऐसा बिलकुल भी नहीं है। यह आक्रमकता केवल मैदान तक सीमित है क्योंकि वो हर मैच जीतना चाहते हैं और प्रत्येक मैच में प्रदर्शन करना चाहते हैं।'
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, 'सचिन तेंदुलकर भी ऐसा ही था। वो प्रत्येक मैच जीतना चाहता था। आपने सचिन की तरफ से ज्यादा भावनाएं नहीं देखी होंगी। हमने भी नहीं देखी। वो शतक मारकर आए या बिना खाता खोले आउट हो जाए। जब उसकी गेंदों पर प्रहार हो तो भी उसने भावनाएं नहीं दिखाई। वहीं विराट कोहली ऐसे हैं, जिन्हें अपने आप को अभिव्यक्त करना अच्छा लगता है।'