नई दिल्ली: डोपिंग टेस्ट में विफल रहने के बाद मुंबई के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ पर लगा प्रतिबंध शुक्रवार को समाप्त हो गया। उन्हें सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के लिए मुंबई की 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। वह 17 नवंबर यानी रविवार से मैच खेल पाएंगे। मुंबई की टीम इस दिन अपने अंतिम लीग मैच में असम से भिड़ेगी।
बीसीसीआई ने मार्च में पिछली मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान डोप परीक्षण में पाजीटिव पाए जाने के बाद जुलाई में शॉ को 8 महीने के लिए क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से प्रतिबंधित कर दिया था। शॉ ने अनजाने में एक ऐसा कफ सिरप ले लिया था, जिसमें 'टर्बुटलाइन' नामक प्रतिबंधित दवा शामिल थी। भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलते हुए शानदार अंदाज में अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले शॉ पर प्रतिबंध लगने से उनके फैंस और भारतीय टीम को करारा झटका लगा था।
हालांकि, प्रतिबंध समाप्त होने के बाद अब शॉ के दोबारा भारतीय टीम में लौटनी की उम्मीद जताई जा रही है। शॉ भारतीय टीम में कितनी जल्द वापसी कर पाएंगे यह घरेलू क्रिकेट में उनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ का कहना है कि शॉ का राष्ट्रीय टीम में शामिल होना इस बात पर निर्भर करेगा कि वह डोपिंग निलंबन के बाद कैसा प्रदर्शन करते हैं।
टीम प्रबंधन के शॉ को टीम में शामिल करने की योजना के बारे में बात करते हुए राठौड़ ने शनिवार को कहा, 'टीम में वापसी करना चयनकर्ताओं के फैसले पर निर्भर होगा। जहां तक टीम प्रबंधन का संबंध है तो मुझे लगता है कि वह शानदार खिलाड़ी है। इसलिए देखते हैं कि यह कैसे होता है, वह निलंबन के बाद कैसा प्रदर्शन करता है।' उन्होंने कहा, 'मुझे भरोसा है कि वह वापसी के लिये कड़ी मेहनत कर रहा है। वह कैसे वापसी करेगा, यह कई अन्य कारकों पर भी निर्भर करेगा।'