- पंत को धोनी का उत्तराधिकारी बनाने के लिए टीम प्रबंधन का समर्थन हासिल
- धोनी की गैरमौजूदगी में रिषभ पंत ने 2019 में कई मुकाबले खेले
- इस साल की शुरुआत में सीमित ओवर क्रिकेट में केएल राहुल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली
नई दिल्ली: एमएस धोनी के राष्ट्रीय टीम से दूर रहने पर भारतीय टीम प्रबंधन ने युवा रिषभ पंत को कई मौके दिए। विकेटकीपर बल्लेबाज ने जुलाई से दिसंबर 2019 के बीच सभी सीमित ओवर मुकाबले खेले, लेकिन प्रभावित करने में नाकाम रहे। हेड कोच रवि शास्त्री ने खराब शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाने के लिए पंत की काफी आलोचना की। शास्त्री ने 2019 में कहा था, 'हम उसे अपनी तरह खेलने दे रहे हैं, लेकिन जब आप उसके शॉट देखे, जैसे त्रिनिदाद में पहली गेंद पर आउट होना। अगर वो दोबारा ऐसा करेगा तो उन्हें बताया जाएगा।'
इसके बावजूद रिषभ पंत की प्लेइंग इलेवन में जगह बरकरार रही, लेकिन वह रन बनाने में कामयाब नहीं हुए। इसका परिणाम यह रहा कि 2020 में टीम प्रबंधन उनसे आगे बढ़ गया। मगर प्लेइंग इलेवन से बाहर रखने के बावजूद रिषभ पंत को टीम प्रबंधन का समर्थन हासिल है।
पंत से टीम प्रबंधन को उम्मीद
हाल ही में स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ बातचीत में टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने कहा कि रिषभ पंत के लिए धोनी की जगह लेना बिलकुल भी आसान नहीं है, लेकिन उन्हें समर्थन हासिल है। उन्होंने कहा, 'रिषभ पंत के लिए पिछला साल अच्छा नहीं रहा और वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ज्यादा बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके। इसके बावजूद उन्हें टीम प्रबंधन का समर्थन हासिल है क्योंकि हमारा मानना है कि वो विशेष खिलाड़ी हैं। एक बार वो रन बनाना शुरू कर दें तो भारतीय क्रिकेट टीम में बहुत कुछ नया जोड़ सकते हैं।'
राठौड़ ने आगे कहा, 'एमएस धोनी अभी भी हैं। हमे नहीं पता कि रिषभ पंत के साथ क्या होगा। मगर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जो कद धोनी का है, उसे देखते हुए उनकी जगह किसी के लिए कभी भी आसान नहीं होगा। पंत कुछ समय फ्लॉप हुए और उन पर प्रदर्शन का दबाव बढ़ा। मगर इससे आप मजबूत और बेहतर खिलाड़ी बनते हैं।'
राहुल बन गए विकेटकीपर
रिषभ की जगह सबसे पहले संजू सैमसन को श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच में मौका मिला। मगर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले वनडे में पंत को दोबारा शामिल किया गया। चोट के कारण वह अगले वनडे में नहीं खेल सके, लेकिन तीसरे मैच के लिए उपलब्ध थे। टीम प्रबंधन ने केएल राहुल को इस बीच विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ सभी 8 मैचों में विकेटकीपर बल्लेबाज की दोहरी भूमिका निभाई। उल्लेखनी है कि प्रबंधन ने दो मौकों पर सैमसन को आजमाया, लेकिन पंत को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया।
राहुल सीमित ओवर में विकेटकीपर बल्लेबाज की दोहरी भूमिका अदा कर रहे हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड में पांच टी20 इंटरनेशनल मैचों में 224 रन जबकि तीन वनडे में 204 रन बनाए। जहां तब पंत की बात है तो उन्हें जगह मिलेगी, लेकिन राहुल की मौजूदगी में प्लेइंग इलेवन में जगह मिलेगी या नहीं, यह तो अब वक्त ही बताएगा।