- विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में बिना खाता खोले आउट हुए
- भारतीय कप्तान विराट कोहली को मोइन अली ने क्लीन बोल्ड किया
- विराट कोहली ने एमएस धोनी का शर्मनाक रिकॉर्ड तोड़ दिया
चेन्नई: टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच शनिवार से चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में दूसरे टेस्ट का घमासान शुरू हो चुका है। चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-1 से पिछड़ी रही भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने दूसरे टेस्ट में टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। रोहित शर्मा ने दमदार पारी खेलकर अपने कप्तान के फैसले को सही साबित करने की कोशिश की, लेकिन खुद विराट कोहली बिना खाता खोले आउट हो गए। शून्य पर आउट होने के कारण विराट कोहली के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।
इंग्लैंड के ऑफ स्पिनर मोइन अली ने भारतीय कप्तान का दूसरे टेस्ट के पहले दिन शिकार किया। अली ने ऑफ स्टंप के बाहर गुड लेंथ स्पॉट पर गेंद डाली, जो अच्छी टर्न हुई और जाकर स्टंप पर लगी। कोहली को समझ नहीं आया कि गेंद स्टंप पर लगी या नहीं। हालांकि, कप्तान कोहली आउट हुए और इसी के साथ एक अनचाहे रिकॉर्ड के मामले में उन्होंने पूर्व कप्तान एमएस धोनी को पीछे छोड़ दिया। दरअसल, विराट कोहली क्रिकेट के अलग-अलग प्रारूपों में सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।
सौरव गांगुली के नाम दर्ज है अनचाहा रिकॉर्ड
विराट कोहली क्रिकेट के अलग-अलग प्रारूपों में 12वीं बार बिना खाता खोले आउट हुए। कोहली अब इस अनचाहे रिकॉर्ड में एमएस धोनी से आगे निकल चुके हैं। पूर्व कप्तान एमएस धोनी 11 बार शून्य पर आउट हुए थे। वैसे तो कोई इस रिकॉर्ड को अपने नाम नहीं करना चाहता, लेकिन यह अनचाहे और शर्मनाक रिकॉर्ड पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के नाम दर्ज है। सौरव गांगुली बतौर कप्तान 13 बार शून्य पर आउट हुए।
क्रिकेट के प्रारूपों में सबसे ज्यादा बार शून्य पर आउट होने वाले भारतीय कप्तान
- 13 - सौरव गांगुली
- 12 - विराट कोहली
- 11 - एमएस धोनी
बता दें कि विराट कोहली 26 बार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शून्य पर आउट हुए, लेकिन यह पहला मौका है जब किसी स्पिनर ने उन्हें बिना खाता खोले पवेलियन की राह दिखाई। जी हां, विराट कोहली के टेस्ट करियर की 149 पारियों में पहली बार स्पिनर ने उन्हें शून्य पर आउट किया।
परेशानी से उबरना चाहेंगे कप्तान विराट कोहली
विराट कोहली बल्लेबाज और कप्तान के रूप में इस समय काफी परेशानी से गुजर रहे हैं। बल्लेबाज कोहली लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय शतक का इंतजार कर रहे हैं और कप्तान के रूप में उन्हें चार मैचों में लगातार शिकस्त के बाद पहली जीत का इंतजार है। कोहली की कप्तानी पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं और उनकी कोशिश अपने बल्ले के दम पर टीम को जिताने की होगी। याद दिला दें कि इंग्लैंड ने पहले टेस्ट में कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को 227 रन के विशाल अंतर से मात दी थी।