चेन्नई: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को मैदान पर विरोधी टीम के खिलाफ उनके तेज-तर्रार रुख के लिए जाना जाता है। वो खेल के दौरान अपनी भावनाओं को सबके सामने रखने में गुरेज नहीं करते हैं। लेकिन शुक्रवार को इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में शुरू हुए सीरीज के पहले टेस्ट के पहले दिन उनका एक अलग रूप देखने को मिला। वो भारतीय टीम के लिए बल्ले से परेशानी खड़ी कर रहे इंग्लैंड के कप्तान जो रूट की मैदान पर मदद करते नजर आए। उनके इस व्यवहार की हर तरफ तारीफ हो रही है।
दिन के आखिरी पलों में हुआ वाकया
ये वाकया पहले दिन का खेल समाप्त होने के कुछ देर पहले हुआ। उस समय जो रूट 192 गेंद में 127 और डॉम सिबली 276 गेंद में 86 रन बनाकर खेल रहे थे। ऐसे में रन लेते वक्त जो रूट की जांघ में क्रैम्प आ गया और वो दर्द से कराहते हुए मैदान पर लेट गए। ऐसे में भारतीय कप्तान विराट कोहली रूट की मदद के लिए आगे आए और रूट के पैर को ऊपर करके क्रैम्प को ठीक करके की कोशिश की।
ऐसे में राहत मिलते ही रूट दोबारा बल्लेबाजी करने के लिए उठ गए। इसके बाद 87 रन बनाकर जैसे ही डॉम सिबली जसप्रीत बुमराह की गेंद पर एलबीडब्लू हुए अंपायरों ने दिन के खेल की समाप्ति की घोषणा कर दी और उस वक्त इंग्लैंड का स्कोर 263/3 रन था।
बीसीसीआई ने कहा, खेल भावना अपने चरम पर
दिन का खेल समाप्त होने के बाद विराट कोहली के व्यवहार की हर जगह तारीफ हो रही थी। बीसीसीआई ने भी विराट के व्यवहार की एमएस धोनी के ऐसे ही व्यवहार की तुलना की जिसमें वो दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज फॉफ डुप्लेसी की मैदान पर क्रैम्प के दौरान मदद करते दिख रहे है। बीसीसीआई ने विराट और रूट की तस्वीर साझा करते हुए उसे कैप्शन दिया स्पिरिट ऑफ क्रिकेट अपने सर्वश्रेष्ठ रूप में।
रूट ने कहा शुक्रिया विराट
रूट ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विराट कोहली के व्यवहार की तारीफ करते हुए कहा, पैर में थोड़ा सा क्रैंप था जो परेशान करने वाला था। मेरी मदद करने के लिए विराट का मैं आभारी हूं। आप उनसे जैसी खेल भावना की आशा करते हैं उन्होंने उसका प्रदर्शन किया।
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर विराट की रूट की मदद करते हए तस्वीर का साझा करते हुए एक स्पेशल मैसेज के साथ आभार जताया। ईसीबी ने लिखा, जंग की गर्मी में बमेशा खेल भावना के लिए जगह बची होती है।'