- रवि शास्त्री ने कहा कि विराट कोहली हमेशा आगे आकर नेतृत्व करते हैं
- शास्त्री के मुताबिक भारतीय क्रिकेट टीम के बॉस हैं विराट कोहली
- विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान बरकरार रखा
नई दिल्ली: टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने कहा कि टीम को हाल में मिली सफलता के पीछे कप्तान विराट कोहली का बड़ा हाथ है और जब बात भारतीय क्रिकेट टीम से संबंधित मामलों पर आती है तो वह 'बॉस' हैं। विराट कोहली के लिए बतौर भारतीय कप्तान यह दशक यादगार बन चुका है। वैश्विक स्तर पर उन्होंने दबदबा बनाया और आगे आकर टीम का नेतृत्व किया। विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम टेस्ट रैंकिंग में टॉप पर रही जबकि वनडे में वह वर्ल्ड चैंपियन इंग्लैंड से पीछे रही।
स्काइ क्रिकेट पोडकास्ट से बातचीत में रवि शास्त्री ने कहा कि विराट कोहली हमेशा सामने से टीम का नेतृत्व करते हैं और मैदान में अपने टीम के साथियों के लिए बेंचमार्क स्थापित करते हैं। शास्त्री ने कहा, 'मेरा हमेशा से मानना ह कि कप्तान बॉस होता है। जहां तक मेरी जानकारी है तो कोचिंग स्टाफ की जिम्मेदारी खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ तरीके से तैयार करने की होती है ताकि खिलाड़ी मैदान पर जाकर बहादुर, सकारात्मक और निडर क्रिकेटर खेले।'
उन्होंने आगे कहा, 'कप्तान सामने से टीम की कमान संभालता है। जी हां, हम उसका बोझ उतारने के लिए वहां रहते हैं, लेकिन मैदान पर पूरी जिम्मेदारी आप कप्तान पर ही छोड़ते हैं। कप्तान खुद टीम के लिए कीर्तिमान स्थापित करता है और फिर अपने खिलाड़ियों को ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करता है। मैदान में पूरा शो वही नियंत्रित करता है।'
फिटनेस ने हर किसी को किया प्रभावित
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पिछले कुछ सालों में शारीरिक रूप से काफी बदलाव किया है और कम शब्दों में इसे आकर्षक बताकर प्रस्तुत किया जा सकता है। विराट से प्रेरित होकर कई भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी फिटनेस में बदलाव किया और अब अनुशासन के साथ इसका पालन करते हैं। शास्त्री ने कहा, 'जब आप फिटनेस की बात करते हैं तो नेतृत्व ऊपर से आता है, जो विराट कोहली है। वह फालतू काम करने वालों में से नहीं है। वह एक सुबह उठा और बोला- अगर मैं इस खेल को खेलना चाहता हूं तो विश्व का सबसे फिट खिलाड़ी बनना पड़ेगा व सभी परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ से प्रतिस्पर्धा करनी पड़ेगी। वह अपने शरीर को काफी कष्ट देकर ऐसा बनाया।'
भारतीय हेड कोच ने आगे कहा, 'यह सिर्फ ट्रेनिंग की बात नहीं, लेकिन उसने डाइट को लेकर भी कई समझौते किए। मैं हमेशा उसमें यह बदलाव देख पाता हूं। वह एक दिन उठा और बोला रवि मैं शाकाहारी हूं। जब वह इस तरह के बार सेट करता है तो अन्य लोगों को प्रेरणा मिलती है। हमारे लिए टेस्ट क्रिकेट सबसे बड़ा प्रारूप है। यह बेंचमार्क है। हम स्तर स्थापित करना चाहते हैं।'