- इंग्लैंड के हारने के बावजूद सैम करन को मैन ऑफ द मैच चुना गया
- शार्दुल ठाकुर ने 21 गेंदों में 30 रन बनाए और फिर चार विकेट भी चटकाए
- कोहली हैरान हैं कि शार्दुल और भुवनेश्वर कुमार को अवॉर्ड नहीं मिले
पुणे: क्रिकेट में ऐसा दुर्लभ ही मौका देखने को मिला जब हारने वाली टीम के खिलाड़ी को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया हो। भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे वनडे में कई खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन करके ज्यूरी के सिर में दर्द कर दिया कि किसे प्लेयर ऑफ द मैच चुने। आखिरी में इंग्लैंड के लिए नाबाद 95 रन की पारी खेलने वाले सैम करन को इस खिताब से नवाजा गया, जिनकी पारी मेहमान टीम को निर्णायक मैच में खिताब नहीं दिला सकी।
सैम करन ने बेशक शानदार पारी खेली और 168/6 के स्कोर पर संघर्ष कर रही इंग्लैंड को लक्ष्य के बेहद करीब पहुंचाया। ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया जल्द ही मैच खत्म कर लेगी, लेकिन तभी करन ने 83 गेंदों में नाबाद 95 रन की उम्दा पारी खेली। उन्होंने 9वें क्रम के बल्लेबाज आदिल राशिद और फिर मार्क वुड के साथ अर्धशतकीय साझेदारियां की। इंग्लैंड की टीम 7 रन से मैच गंवा बैठी।
भारत के लिए शार्दुल ठाकुर ने उम्दा प्रदर्शन किया, जिन्होंने बल्ले से 30 रन का योगदान दिया और फिर चार विकेट चटकाए, जिसकी मदद से टीम इंडिया ने तीनों प्रारूपों में इंग्लैंड को मात दी। ठाकुर का प्रदर्शन वाकई भारतीय टीम के लिए मैच विजयी ऑलराउंड प्रदर्शन था। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने जोस बटलर, डेविड मलान, लियाम लिविंगस्टोन और आदिल राशिद के महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। इंग्लैंड की टीम लगातार संघर्ष कर रही थी और फिर करन ने बाजी पलटने का जोर लगाया।
भारतीय कप्तान विराट कोहली अपने ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर को प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब नहीं मिलने से खासे नाराज नजर आए। उन्होंने मैच के बाद कहा, 'मैं हैरान हूं कि शार्दुल ठाकुर को मैन ऑफ द मैच नहीं चुना गया। चार विकेट और 30 रन शानदार प्रदर्शन था। इसके अलावा भुवनेश्वर कुमार मैन ऑफ द सीरीज के दावेदार थे। ये खिलाड़ी मिडिल ओवर और पावरप्ले में फर्क थे।' बता दें कि जॉनी बेयरस्टो को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया, जिन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक की मदद से 219 रन बनाए।
हार्दिक-नट्टू का शानदा प्रदर्शन: कोहली
विराट कोहली ने साथ ही कहा कि उनकी टीम कभी हार नहीं मानने वाला एटीट्यूड लेकर चलती है, जिससे वह काफी खुश हैं। कोहली ने ध्यान दिलाया कि हार्दिक पांड्या और टी नटराजन ने अंतिम ओवरों में शानदार गेंदबाजी की जबकि दोनों ने कैच टपकाए थे और उन पर इसका दबाव था। सैम करन जब 22 रन बनाकर खेल रहे थे तब हार्दिक पांड्या ने उनका कैच टपका दिया था। इसके बाद हार्दिक पांड्या पारी का 49वां ओवर कर रहे थे जब करन के कैच ठाकुर और नटराजन ने टपकाए।
टी नटराजन ने अपनी गलती सुधारी और आखिरी ओवर में केवल 7 रन खर्च करके टीम इंडिया को 7 रन से जीत दिलाई। कोहली ने कहा, 'मैं पहले ही कह चुका हूं कि शीर्ष दो टीमों के बीच लड़ाई होगी तो शानदार मुकाबले देखने को मिलेंगे। इंग्लैंड ने कभी हार नहीं मानी। सैम करन ने शानदार पारी खेली। मगर हमने समय-समय पर विकेट लेकर उन पर दबाव बनाए रखा। मानसिकता आखिरी कुछ ओवरों में बदली। हार्दिक पांड्या और टी नटराजन ने शानदार अंत किया।'