- पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान शॉन पोलक ने भारतीय कप्तान विराट कोहली की तारीफ की
- पोलक ने खुलासा किया कि भारतीय टीम जीत का जश्न मना रही होती तब वो कोहली को जिम में पाते हैं
- पोलक ने कहा कि एमएस धोनी ने कप्तान के रूप में जोश भरा, लेकिन कोहली इसे अलग स्तर पर ले गए हैं
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की प्रतिबद्धता और वर्क एथिक्स उन्हें सबसे जुदा बनाता है। कोहली दुनिया के सबसे फिट क्रिकेटरों में से एक हैं और इतने सालों में क्रिकेट के हर प्रारूप में टीम इंडिया के लिए निरंतर रन बनाए हैं। पूर्व दक्षिण अफ्रीकी कप्तान शॉन पोलक ने भी हाल ही में कोहली की फिटनेस के प्रति समर्पण की तारीफ की थी। इन दिनों क्रिकेट विशेषज्ञ और कमेंटेटर की भूमिका निभा रहे पोलक ने भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान कोहली के बारे में अपने विचार साझा किए।
शॉन पोलक तब कमेंट्री कर रहे थे। पोलक ने खुलासा किया कि उन्होंने मैच जीतने के बाद विराट कोहली को जिम में वर्कआउट करते पाया। भारतीय कप्तान ने जीत का जश्न मनाने के बजाय जिम में ट्रेनिंग करना सही समझा। पोलक ने क्रिकबज से बातचीत में कहा, 'जब मैं भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज के दौरान कमेंट्री कर रहा था। तब कुछ मैच जल्दी समाप्त हो गए थे और लोग अपने होटल लौट जाते थे। मैं जिम जाता था, तो देखता था कि दिन का खेल खत्म होने के बाद कोहली जिम में हैं। भारतीय टीम मुकाबला जीतने के बाद जश्न मना रही होती थी, लेकिन कोहली जिम में होते थे।'
विराट कोहली का फिटनेस के प्रति लगाव किसी से छिपा नहीं है। भारतीय कप्तान ने अपने खेल में शीर्ष पर बरकरार रहने के लिए फिटनेस पर कड़ी मेहनत की और निरंतर समय पर राष्ट्रीय टीम के लिए कई मैच विजयी प्रदर्शन दिए। विराट कोहली का फिटनेस के प्रति समर्पण उनके टीम साथियों को भी प्रेरित करता है, जिसने मौजूदा भारतीय ड्रेसिंग रूम में नए मानक स्थापित कर दिए हैं।
कोहली कप्तानी को अलग स्तर पर ले गए: पोलक
शॉन पोलक ने पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को टीम में जोश लाने का श्रेय दिया और साथ ही कहा कि कोहली इसे एकदम अलग स्तर पर ले गए हैं। एमएस धोनी ने इस साल अगस्त में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया। उन्होंने 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। विराट कोहली ने 2017 में एमएस धोनी से क्रिकेट के सभी प्रारूपों में कप्तानी का भार लिया।
पोलक ने कहा, 'जब एमएस धोनी कप्तान बने, तो वह टीम में जोश लेकर आए। उन्होंने अपनी कप्तानी में शांत स्वभाव रखा। मगर जब वो क्रीज पर आते थे, तो विकेटों के बीच तेजी से दौड़ते थे। जिस तरह वो खेलते थे, जिस तरह वो नेतृत्व करते थे, वो शानदार था। धोनी वो थे, जिन्होंने जोश भरा और फिर विराट कोहली उसे अलग स्तर पर ले गए।'