- वीरेंद्र सहवाग ने धोखेबाज के नाम का खुलासा किया
- सहवाग ने व्यक्ति के खिलाफ कानूनी एक्शन लेने की धमकी दी
- सहवाग ने दावा किया कि व्यक्ति ने निवेशकों के फोन का जवाब देना बंद किया
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने विभिन्न खुदरा निवेशकों को ठगने के लिए एक जालसाज के खिलाफ सार्वजनिक रूप से कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। सहवाग ने उस व्यक्ति से ठगे गए निवेशकों को तुरंत मुआवजा देने का आग्रह किया और उसे सिंडिकेटेड नेटवर्क का हिस्सा बताया।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने व्यक्ति का नाम प्रीतम दुएसकर बताया। वीरू ने दावा किया कि दुएसकर सेबी पंजीकृत व्यक्ति है, जो एक एडवाइजरी वेल्थी चलाता है। भारत के दिग्गज क्रिकेटर ने दावा किया कि जिन निवेशकों के साथ दुएसकर धोखाधड़ी कर रहा है, उन निवेशकों के फोन का जवाब देना उसने बंद कर दिया है।
सहवाग ने अपने ट्विटर पर एक व्यक्ति का फोटो पोस्ट करते हुए कैप्शन लिखा, 'फ्रॉड अलर्ट- प्रीतम दुएसकर, जो सेबी पंजीकृत है और सिंडीकेटेड नेटवर्क के हिस्से के रूप में एडवाइजरी वेल्थी चलाता है। इन्होंने कई मासूम खुदरा निवेशकों को धोखा दिया और निवेशकों के फोन का जवाब देना बंद कर दिया। अगर उसने ठगे गए निवेशकों को मुआवजा नहीं दिया तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।'
अब तक इस मामले में आगे की कोई अपडेट नहीं मिली है। सार्वजनिक डोमेन में दुएसकर की ओर से कोई रिकॉर्डेड प्रतिक्रिया नहीं है; जिन पर सहवाग ने आरोप लगाया है। बता दें कि सहवाग भारत के महानतम क्रिकेटरों में से एक हैं। उन्होंने भारत के लिए 104 टेस्ट, 251 वनडे और 19 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। वीरू ने टेस्ट में 23 जबकि वनडे में 15 शतक जमाए हैं। भारत को 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप जीतने में सहवाग ने अहम भूमिका निभाई थी।
वीरेंद्र सहवाग ने 2015 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया था। उन्होंने 2001 में अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। संन्यास के बाद से सहवाग ने अलग-अलग भूमिकाएं निभाई हैं। कभी वो कमेंटेटर बने तो आईपीएल में पंजाब किंग्स के मेंटर की भूमिका निभाई। इसके अलावा विभिन्न क्रिकेट लीग में वो खेलते भी रहे।