- वीरेंद्र सहवाग और सौरव गांगुली शुक्रवार को केबीसी में आए
- वीरू ने सौरव गांगुली के ड्रेसिंग रूम से जुड़ा मजेदार किस्सा शेयर किया
- अमिताभ बच्चन के साथ वीरू और दादा की जोड़ी ने खुशनुमा समय बिताया
मुंबई: जब टीम इंडिया के दो क्रिकेटर्स एकसाथ किसी मंच पर हो और मजाकिया किस्से जानने को नहीं मिले, ऐसा कैसे हो सकता है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग शुक्रवार को कौन बनेगा करोड़पति में आए। टीम इंडिया की इस पूर्व ओपनिंग जोड़ी ने शो के होस्ट अमिताभ बच्चन के साथ खुशनुमा समय बिताया। इस एपिसोड के दौरान सहवाग ने गांगुली पर कई बाउंसर मारी, जिसे पूर्व कप्तान के लिए डक करना मुश्किल पड़ रहा था। अमिताभ बच्चन जी ने वीरू और दादा से पूछा कि ये ड्रेसिंग रूम के किस्से क्या होते हैं?
ये सवाल सुनकर दोनों क्रिकेटरों की हंसी छूट गई। फिर कप्तान ने बताया कि ड्रेसिंग रूम का माहौल मैदान पर देखने को मिल जाता है कि टीम में अच्छा तालमेल या नहीं। उन्होंने आगे कहा कि ड्रेसिंग रूम के कई किस्से हैं, लेकिन यहां बताना सही नहीं होगा। गांगुली ने बताया कि ड्रेसिंग रूम में भी अगर कोई खिलाड़ी कभी बात नहीं मानता था तो वो था वीरू। यह सुनकर वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगे। वीरू ने तपाक से अमिताभ बच्चन की तरफ देखकर कहा, 'मैं अब आपको दादा के ड्रेसिंग रूम का किस्सा बताता हूं।'
खिलाड़ियों से किट बैग जमवाते थे दादा: वीरू
वीरेंद्र सहवाग ने अमिताभ बच्चन से कहा, 'सर, सबसे पहली बात तो कप्तान होने के कारण दादा अपना किट बैग कभी पैक नहीं करते थे। वो हमेशा दूसरे खिलाड़ी से इसे पैक कराते थे।' इस पर गांगुली ने कहा कि ये सच नहीं है। तो वीरू बोले, 'आप किसी भी खिलाड़ी से पूछ लेना। मैं बिना सबूत के बात नहीं करता। दादा को मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में जाना होता था, तो बोलकर जाते थे कि मेरा किट बैग पैक कर देना।' यह सुनकर सभी ठहाका लगाने लगे।
फिर सहवाग ने कहा कि आपको एक ड्रेसिंग रूम का किस्सा सुनाता हूं। 'सचिन तेंदुलकर को चौथे नंबर पर उतरना था। हमारे विकेट जल्दी गिर रहे थे। तेंदुलकर फील्डिंग के समय ड्रेसिंग रूम में आए थे तो उन्हें 10 मिनट तक बल्लेबाजी में जाने के लिए एंट्री नहीं थी। वीवीएस लक्ष्मण तब शावर ले रहे थे। वो बल्लेबाजी पर जाने से पहले हमेशा ऐसा करते थे। अब दादा को बल्लेबाजी करना जाना था। वो बोले, मैं तो नंबर-6 पर हूं। लक्ष्मण शावर से निकले नहीं और विकेट गिर गया।'
वीरू ने आगे कहा,'फिर हम सबने मिलकर दादा को दुल्हन की तरह तैयार किया। कोई पैड पहना रहा है तो कोई थाई गार्ड बांध रहा है। फिर ड्रेसिंग रूम से निकलने के बाद दादा को याद आया कि वो बल्ला तो लेकर ही नहीं गए। दादा ने चिल्लाकर अपना बल्ला मांगा और रट लगाए हुए फिर कहा- लक्ष्मण को भेज दो।' वीरू ने बताया कि दादा ने फिर अन्य बल्लेबाजों को तैयार होने का समय दिया क्योंकि 40 रन की पारी खेलकर आए थे।