- पाकिस्तान ने भारत को 5 विकेट से हराया
- कोहली ने 44 गेंदों में 60 रन बनाए
- सहवाग ने कहा कि कोहली की पारी अहम थी
नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने दावा किया है कि विराट कोहली वो शख्स हैं, जिनके ईर्द-गिर्द पूरी टीम खेलती है। विराट कोहली ने रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक जमाया। कोहली ने 44 गेंदों में 60 रन बनाए, जिसकी मदद से भारतीय टीम 20 ओवर में 181/7 का स्कोर खड़ा कर सकी। हालांकि, पाकिस्तान ने मोहम्मद रिजवान और मोहम्मद नवाज की शानदार पारियों की बदौलत एक गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल किया।
पूर्व भारतीय कप्तान कोहली को फॉर्म में लौटते देख फैंस बहुत खुश हुए क्योंकि पिछले काफी समय से वो खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। सहवाग ने क्रिकबज से बातचीत में कोहली की पाकिस्तान के खिलाफ पारी की जमकर तारीफ की। पूर्व ओपनर ने कहा कि फैंस को 33 साल के कोहली से काफी उम्मीदें रहती हैं और वो जब भी क्रीज पर आते हैं तो लोगों को उनसे शतक की उम्मीद होती है।
वीरू ने कहा, 'हम विराट कोहली से बहुत ज्यादा उम्मीदें रखते हैं। जब भी वो बल्लेबाजी के लिए आते हैं तो हम चाहते हैं कि वो बड़ा स्कोर बनाए। कम से कम शतक जमाएं। लोग बातचीत करते हैं कि कब वो सचिन तेंदुलकर के 100 शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ेंगे। तो इसलिए जब वो 40, 50 या 60 रन बनाते हैं हम इसे गिनते ही नहीं। तो यही कारण है। मेरे ख्याल से लोग उनके बारे में काफी बातचीत करते हैं।' सहवाग ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ कोहली की पारी महत्वपूर्ण थी।
सहवाग के मुताबिक अगर कोहली क्रीज पर ज्यादा देर नहीं टिकते तो भारतीय टीम का स्कोर 181 रन के बजाय 151 रन होता। उन्होंने कहा कि पूरी टीम स्टार बल्लेबाज के ईर्द-गिर्द खेली। सहवाग ने कहा, 'मेरे लिए तो कोहली हमेशा फॉर्म में थे, लेकिन कभी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके। मगर पाकिस्तान के खिलाफ उनकी यह पारी अहम थी। रोहित शर्मा और केएल राहुल ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई, लेकिन एक व्यक्ति जिसके आस-पास पूरी टीम खेली, वो हैं विराट कोहली। अगर उनका विकेट जल्दी गिर जाता तो 181 की जगह भारत का स्कोर 151 रन होता।'
उन्होंने आगे कहा, 'खिलाड़ी का फॉर्म तब खराब माना जाता है जब वो 0, 1 या 2 रन बनाकर आउट हो रहा हो। मगर ऐसा हमने कोहली के साथ कभी नहीं देखा। वो रन बना रहे हैं, लेकिन शतक नहीं बना रहे हैं। तो वो हमारी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे हैं, लेकिन उसी समय हम उनसे क्या उम्मीद कर रहे हैं, वो उनके लिए जरूरी नहीं।'