- वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खुश हैं रोहित शर्मा
- हिटमैन ने कहा सीरीज से जो चाहा वो हमने हासिल किया
- युवा खिलाड़ियों को सीरीज के दौरान मिला दबाव में बल्लेबाजी का अनुभव
कोलकाता: रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को कोलकाता के इडेन गार्डन्स में खेले गए सीरीज के तीसरे और आखिरी टी20 मैच में 17 रन के अंतर से जीत दर्ज करके सीरीज पर 3-0 के अंतर से कब्जा कर लिया। भारतीय टीम ने सीरीज के तीनों मैचों में शानदार प्रदर्शन किया।
टीम इंडिया ने पहले मैच में जहां लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की, वहीं अंतिम दो मुकाबलों में शानदार गेंदबाजी करते हुए कैरेबियाई टीम को विजयी लक्ष्य हासिल नहीं करने दिया। यह रोहित की कप्तानी में टीम इंडिया लगातार दूसरी टी20 सीरीज जीत है। रोहित की कमान में भारत ने नवंबर में न्यूजीलैंड को भी 3-0 के अंतर से पटखनी दी थी।
पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी, दोनों में थी चुनौतियां
भारतीय टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल करने के लिए जानी जाती है ऐसे में लगातार दो मैचो में लक्ष्य का बचाव करते हुए जीत हासिल करना कितना संतोषजनक है इसके जवाब में रोहित ने कहा, मैं एक बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि जो टीम चेज करना पसंद करती थी उसके अधिकांश खिलाड़ी अब टीम का हिस्सा नहीं हैं। तो एक टीम के रूप में हम लक्ष्य का पीछा कर रहे थे या पहले बल्लेबाजी कर रहे थे, दोनों स्थितियों में हमारे सामने चुनौतियां थीं। हम पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोर खड़ा करना चाहते थे साथ ही लक्ष्य का पीछा भी करना चाहते थे।
सीरीज से जो हासिल करना चाहते थे वो किया
उन्होंने आगे कहा, एक टीम के रूप में हमें लगातार सुधार करना चाहते हैं। टीम का मध्यक्रम तुलनात्मक रूप से थोड़ा नया है। हम पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी करते हुए सबकुछ सही करना चाहते थे। लेकिन मैं इस सीरीज से खुश हूं क्योंकि हम जो हासिल करना चाहते थे वो सबकुछ मोटा-मोटी हमें मिल गया। आगे बढ़ते हुए हम जानना चाहते हैं कि एक समूह के रूप में हमें क्या करना है किन कमियों को हमें दूर करना है।
चाहते थे कि दबाव में बल्लेबाजी करना सीखें युवा खिलाड़ी
रोहित ने सौ से ज्यादा मैच खेल हैं श्रेयस अय्यर के पास तकरीबन 30 मैच का अनुभव है लेकिन बाकी के खिलाड़ी दो अंक के आंकड़े तक नहीं पहुंच सके हैं ऐसे में टीम की अनुभवहीनता साफ तौर पर दिखाई देती है। इसके जवाब में रोहित ने कहा, हमने इसके बारे में चर्चा की है। हम अभी भी एक लक्ष्य का पीछा करने वाली अच्छी टीम हैं। टीम के मुख्य खिलाड़ी अभी बाहर हैं। ऐसे में हम चाहते हैं कि युवा खिलाड़ी यह समझें कि दबाव की स्थिति में कैसे बल्लेबाजी करें, खासकर लक्ष्य का पीछा करते वक्त। आप पहले बल्लेबाजी करते हैं उस वक्त भी अलग तरह की चुनौतियां होती हैं। एक टीम के रूप में हम मुकाबले से जो चाहते थे वो हमें हासिल हुआ।
.युवाओं को मिला मुश्किल स्थितियों से बाहर निकलने का अनुभव
हिटमैन ने आगे कहा, खिलाड़ियों को टीम को मुश्किल स्थितियों से बाहर निकालने का अनुभव मिला है, ये हमें पूरी सीरीज में दिखाई दिया यहां तक कि वनडे श्रृंखला में भी। टॉप ऑर्डर वहां भी रन बनाने में नाकाम रहा था लेकिन उसके बाद मध्यक्रम सामने आया और टीम को मुश्किल से बाहर निकाला। वैसा ही यहां भी हुआ। एक टीम के रूप में आगे बढ़ने के ये अच्छे संकेत हैं। जिसपर हम गर्व कर सकते हैं।
फील्डिंग और कैंचिंग में सुधार की है दरकार
श्रीलंकाई टीम एक अलग तरह की चुनौती पेश करेगी। मेरे लिहाज से देखें तो विरोधी टीम से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। कुछ चीजें हैं जहां हमें सुधार करना होगा जैसे कि फील्डिंग और कैचिंग। इसपर हमें ध्यान देने की जरूरत है आशा करते हैं कि हम इस कमी को भी दूर करने में सफल होंगे।