- केएल राहुल ने सेंचुरियन टेस्ट की पहली पारी में बनाए थे 123 रन
- दूसरी पारी में नहीं कर पाए कोई बड़ा धमाल
- उनकी शतकीय पारी साबित हुई मैच में निर्णायक, चुने गए मैन ऑफ द मैच
सेंचुरियन: टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज की शुरुआत सेंचुरियन में खेले गए पहले मैच में जीत के साथ की है। जीत के लिए चौथी पारी में मेजबान टीम को 305 रन बनाने का लक्ष्य मिला था लेकिन वो महज 191 रन पर ढेर हो गई और 113 रन के अंतर से मुकाबला गंवा दिया। टीम इंडिया की जीत के हीरो केएल राहुल और मोहम्मद शमी रहे। राहुल ने पहली पारी में 123 रन बनाए थे और टीम इंडिया की जीत की नींव रखी थी। उन्हें जीत के बाद प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
धैर्य और दृढ़ संकल्प से मिली सफलता
मैन ऑफ द मैच चुने जाने के बाद राहुल से सेंचुरियन में उनकी सफलता का राज साझा करते हुए कहा, मेरी सफलता की वजह
सिर्फ धैर्य और दृढ संकल्प था। मैं वास्तव में अपनी टीम को अच्छी शुरुआत दिलाना चाहता था। जैसा कि विराट ने कहा कि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ओपनिंग अहम हो जाती है। जो कि मैच में टीम की लय निर्धारित करती है। ऐसे में हमने जिस तरीके से पारी की शुरुआत की वह काफी अहम था।
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नहीं किए हैं कोई बड़े तकनीकी बदलाव
साल 2021 में अपनी सफल वापसी और खेल की तकनीक में बदलाव के बारे में राहुल ने कहा, मैंने अपनी तकनीक में बहुत बदलाव नहीं किए हैं। मानसिक स्तर पर मैंने काम किया है। मैं मैदान पर कितना शांत और अनुशासित रहता हूं। मेरी वापसी की ये अहम वजह हैं। मैंने अपनी तकनीक पर थोड़ा काम किया और बल्लेबाजी कोच के साथ अधिक मेहनत की है।'
अनुशासन का है सफलता में सबसे अहम योगदान
राहुल ने आगे कहा, जब मैं कुछ वर्षों के लिए टीम से बाहर था उस वक्त मैंने अपने खेल पर वास्तव में कड़ी मेहनत की है। अब सबकुछ अच्छा हो रहा है। मुझे लगता है कि इन सभी चीज़ों में अनुशासन का सबसे बड़ा योगदान है। खासकर विदेशी सरजमीं पर मैं लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहा।
विदेश में जड़ना चाहते हैं और शतक
कुल सात शतकों में से 6 घर से बाहर जड़ने के बारे में राहुल ने कहा, ये बहुत सुखद है और मेरे लिए गर्व की बात है। ये ऐसी चीज है जिसे मैं आगे भी जारी रखना चाहता हूं। मैं लगातार टीम के लिए अच्छा करना चाहता हूं।