- शानदार रही सीरीज में 0-1 से पिछड़ने के बाद वापसी
- अंतिम दो टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका की युवा टीम ने किया पलटवार
- टीम को दिलाई अंत में 2-1 अंतर से शानदार जीत
केपटाउन: डीन एल्गर की कप्तानी वाली युवाओं से सजी टीम ने विराट कोहली की भारतीय टीम का दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने का सपना एक बार फिर तोड़ दिया। सेंचुरियन में धमाकेदार जीत के साथ सीरीज की शुरुआत करने वाली भारतीय टीम जोहान्सबर्ग और केपटाउन में अपना दबदबा बरकरार नहीं रख सकी। दक्षिण अफ्रीकी टीम जोहान्सबर्ग और केपटाउन में चौथी पारी में 240 और 212 रन के लक्ष्य का सफलता पूर्वक पीछा करके सीरीज अपने नाम करने में सफल रही।
टीम ने किया शानदार पलटवार, वापसी का था विश्वास
जीत के बाद प्रोटियाज कप्तान ने कहा, मैं इस प्रदर्शन से बहुत उत्साहित हूं। जीत की खुमारी उतरने में एक दो दिन लगेंगे। मुझे अपनी टीम पर गर्व है। पहले टेस्ट मैच में हार के बाद टीम के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया और हम वापसी करने में सफल रहे। हमें इस बात का भरोसा थी कि पिछड़ने के बाद भी हम सीरीज में वापसी कर सकते हैं। मैंने अपने साथी खिलाड़ियों से बेहतर तरीके से पलटवार करने को कहा था। उन्होंने इसके बाद बेहतरीन प्रदर्शन किया और मैं इससे बहुत खुश हूं।
बगैर स्टार खिलाड़ियों के एकजुट होकर मचाया धमाल
अपनी टीम के खिलाड़ियों को हमने मुश्किल वक्त में उठ खड़े होने और डटे रहने की चुनौती दी। हमारे गेंदबाजों ने जिस प्रकार पूरी सीरीज में प्रदर्शन किया वो वो लाजवाब था। मैंने पहले मैच के बाद खिलाड़ियों को चुनौती दी थी उन्होंने उसका बेहतरीन अंदाज में जवाब दिया। हमारी टीम में युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं। इस तरह के वातावरण में उन्हें अनुभव मिल रहा है। हमारी टीम ने दिखाया कि बगैर किसी सुपरस्टार खिलाड़ी के हम एक टीम के रूप में कमाल कर सकते हैं। मुझे अपनी टीम पर बहुत गर्व है।
कीगन के अंदर है कुछ कर दिखाने का कौशल
एल्गर ने आगे कहा, पिछले दो मैचों में भी एक टीम के तौर पर हम आगे बढ़े हैं। अगर आपको विश्व की नंबर एक टीम बनना है तो आपको मज़बूत टीमों को हराना होगा। मैं यह कह सकता हूं कि मैंने अगली सीरीज के लिए तैयारी करना शुरू कर दिया है। कीगन ने जिस प्रकार का खेल दिखाया वह शानदार था। मैंने उसके खिलाफ बहुत क्रिकेट खेला है और मुझे पता था कि उनके अंदर कुछ कर दिखाने का कौशल था। वह और बेहतर हो सकते हैं और अनुभवी खिलाड़ी होने के बावजूद वह बेहतर होना चाहते हैं।
दूसरे टेस्ट में दीवार बने थे एल्गर
दक्षिण अफ्रीका ने जोहान्सबर्ग में डीन एल्गर की कप्तानी पारी की बदौलत जीत हासिल करने में सफल रही थी। 240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए डीन एल्गर ने नाबाद 96 रन की पारी खेली थी। टीम इंडिया और जीत के बीच वो बाधा बनकर खड़े हो गए और सीरीज में अपनी टीम की वापसी कराने में सफल रहे।
अफ्रीकी टीम को माना जा रहा था कमजोर
सीरीज की शुरुआत से ही उनकी टीम को टीम इंडिया के सामना कमजोर माना जा रहा था। लेकिन इन सभी अटकलों को धत्ता बताते हुए एल्गर की टीम के युवा खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का मुजाहिरा दुनिया के सामने पेश किया और अपनी टीम को यादगार जीत दिला दी।