- केपटाउन टेस्ट में भारत को मिली 7 विकेट से हार
- चौथी पारी में जीत के लिए भारतीय टीम ने रखा था 212 रन का लक्ष्य
- पहले टेस्ट में 113 रन के अंतर से जीत के साथ टीम इंडिया ने की थी शुरुआत
केपटाउन: विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम का दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज जीतने का सपना एक बार फिर अधूरा रह गया। केपटाउन टेस्ट के चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका ने जीत के लिए मिले 212 रन के लक्ष्य को 7 विकेट शेष रहते हासिल कर लिया। भारतीय टीम की जीत में रोड़ा युवा बल्लेबाज कीगन पीटरसन बने। गेंदबाजों के लिए मददगार पिच पर वो दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ने में सफल रहे। दोनों पारियों() में वो मेजबान टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे।
सीरीज जीत की हकदार थी दक्षिण अफ्रीका
हार के बाद विराट कोहली ने कहा, टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से यह एक शानदार सीरीज़ रही। सीरीज में दोनों टीमों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा हुई। हमने पहले मैच में बढ़िया प्रदर्शन किया लेकिन साउथ अफ़्रीका ने दूसरे और तीसरे मैच में शानदार वापसी की। जिन दो टेस्ट मैचों में उन्होंने जीत हासिल की उसमें उन्होंने शानदार गेंदबाजी की। कई अहम मौकों पर हमारा ध्यान भंग हुआ और हम भटक गए लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने उन मौकों का पूरा फायदा उठाया। निश्चित तौर पर वो सीरीज जीत के हकदार थे।
हाथ आए मौकों का फायदा उठाने में रहे नाकाम
विराट ने आगे कहा, विदेश दौरों पर हमारे सामने हाथ आए मौकों का फायदा उठाने और लय बरकरार रखने की रही है। जब हम ऐसा कर पाने में सफल रहे तो घर के बाहर टेस्ट सीरीज अपने नाम की। जब भी हम ऐसा करने से चूके, हमने उसका बड़ा नुकसान हुआ। हमने कई बार लगातार विकेट गंवाए इस वजह से अहम मौके और टेस्ट मैच हमारे हाथ से सरक गए।
.ये भी पढ़ें: ICC World test Championship: जानिए कैसा है अंक तालिका का हाल? दक्षिण अफ्रीका को हुआ फायदा, भारत को नुकसान
खराब बल्लेबाजी के कारण हारे
विराट से ये पूछा गया कि उनकी टीम की सीरीज हार की एक अहम वजह क्या रही तो विराट ने इसका जवाब खराब बल्लेबाजी के रूप में दिया। विराट ने कहा, पूरी सीरीज के दौरान बल्लेबाजी ही निराशाजनक रही है। लोग हमेशा दक्षिण अफ्रीका में गति और उछाल की बात करते हैं। मेजबान गेंदबाज़ों ने अपने ऊंचे कद का लाभ उठाया और हमारे गेंदबाजों की तुलना में ज्यादा विकेट हासिल करने में सफल रहे।
तीनों टेस्ट मैचों में वो विकेट से मदद पाने में सफल रहे, मैं ये समझता हूं कि वो अपनी घरेलू परिस्थियों को ज्यादा बेहतर तरीके से समझते हैं। हमारी बल्लेबाजी खराब रही हम इसके लिए कोई बहाना नहीं बना सकते। बार-बार टीम का सस्ते में ढेर हो जाना अच्छी बात नहीं है। मैं इस प्रदर्शन से निराश हूं।
हम अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे
लोगों को लगता था कि हम दक्षिण अफ्रीका को दक्षिण अफ्रीका में हरा सकते हैं और ऐसा करना अपने आप में बड़ी बात है। लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके। हकीकत को हमें स्वीकार करना चाहिए और बेहतर क्रिकेट खिलाड़ी बनकर वापस लौटना चाहिए। हमें अपनी विरोधी टीम की भी अच्छे खेल की तारीफ करना चाहिए और उन्हें श्रेय देना चाहिए।
गेंदबाजों ने किया अच्छा प्रदर्शन
सीरीज में टीम इंडिया के लिए कौन से पहलू सकारात्मकर रहे इसके जवाब में टीम इंडिया के कप्तान ने कहा, मुझे लगता है कि केएल राहुल ने बतौर ओपनर जो किया वो शानदार था। मयंक ने भी कई बार पिच पर टिके रहे। हमारी गेंदबाजी शानदार रही, इसके अलावा कई खिलाड़ियों ने शानदार पारियां खेलीं। ऋषभ पंत की आखिरी टेस्ट की पारी बेहतरीन रही। हमारे लिए सेंचुरियन की जीत यादगार रही। अपनी गलतियों में सुधार करके हम आगे अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।
जीत के साथ की थी सीरीज की शुरुआत
भारतीय टीम ने सीरीज की धमाकेदार शुरुआत सेंचुरियन में 113 रन के अंतर से जीत के साथ किया था। इस मैदान को दक्षिण अफ्रीका का सबसे मजबूत किला माना जाता है जिसे भेदकर भारतीय टीम ने सीरीज की धमाकेदार शुरुआत की और 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। लेकिन इसके बाद जोहान्सबर्ग में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में विराट को चोट के कारण बाहर बैठना पड़ा और केएल राहुल की कप्तानी में भारतीय टीम मैदान में उतरी। लेकिन भारतीय टीम को पहली बार जोहान्सबर्ग में हार का सामना करना पड़ा। 240 रन के लक्ष्य को मेजबान टीम ने डीन एल्गर की नाबाद 96 रन की पारी की बदौलत हासिल कर लिया।