- भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 298वें क्रिकेटर बने सिराज
- मार्नस लाबुशेन को बनाया अपना पहला टेस्ट शिकार
- मैच की पहली पारी में शानदार गेंदबाजी करके हासिल किए दो विकेट
मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शनिवार को एमसीजी के मैदान टेस्ट पदार्पण करने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा कि भारतीय 'टेस्ट कैप (टेस्ट मैच की टोपी)' हासिल करना उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मैच से पहले रविचंद्रन अश्निन ने उन्हें टेस्ट कैप सौंपी। सिराज भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 298वें खिलाड़ी बने।
सिराज ने लाबुशेन को बनाया पहला टेस्ट शिकार
सिराज ने अपनी शानदार गेंदबाजी के बल पर कंगारू बल्लेबाजों पर दबाव डाला। उन्होंने मार्नस लाबुशेन को अपना पहला टेस्ट शिकार बनाया। इसी मैच में डेब्यू करने वाले शुभमन गिल ने शानदार कैच लपककर सिराज को पहला विकेट हासिल करने में मदद की। ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से टेस्ट कैप हासिल करने के बाद उन्होंने मैच के शुरुआती दिन 40 रन देकर दो विकेट चटकाये। लाबुशेन का शिकार करने के बाद उन्होंने चतुराई से गेंदबाजी करते हुए कैमरन ग्रीन को पगबाधा आउट किया।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आते ही हो गया पिता का इंतकाल
भारतीय टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद सिराज के पिता का निधन हो गया था लेकिन कोविड-19 के कारण लागू नियमों और प्रतिबंधों की वजह से उन्होंने दौरे पर टीम के साथ रुकने का फैसला किया। सिराज ने टेस्ट डेब्यू के बाद कहा, 'टेस्ट क्रिकेट का कैप मिलना मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मुझे अज्जू भाई (अजिंक्य रहाणे) और जस्सी भाई (जसप्रीत बुमराह) के साथ बात कर के अच्छा लगा। वे मेरा हौसला बढ़ा रहे थे।'
पहले सत्र में नहीं मिला गेंदबाजी का मौका
उन्होंने कहा कि वह गेंदबाजी करने के लिए व्याकुल हो रहे थे लेकिन कार्यवाहक कप्तान रहाणे ने लंच के बाद उनसे गेंदबाजी करने का फैसला किया। उन्होंने कहा, 'मैं गेंदबाजी करने के लिए व्याकुल हो रहा था और लंच के बाद अज्जू भाई ने जब मुझे गेंदबाजी के लिए कहा तो मैंने वार्मअप करना शुरू किया। उन्होंने फिर मुझे बताया कि मैं सिर्फ दो ओवर गेंदबाजी करुंगा।'
सिराज ने कहा, 'लंच के बाद विकेट बल्लेबाजों के लिए मददगार बन गयी, ऐसे में मेरी योजना डॉट गेंद डाल कर दबाव बनाने की थी। पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की पारी को 195 रन पर समेटने के बाद भारत ने एक विकेट के नुकसान पर 36 रन बना लिये हैं।