- भारत-इंग्लैंड तीसरा टेस्ट मैच - लीड्स - हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड पर टीम इंडिया की शर्मनाक बैटिंग
- भारतीय टीम तीसरे टेस्ट की पहली पारी में सिर्फ 78 रन के अंदर सिमट गई
- पिच पर 78 रन के अंदर सिमटने से पहले 67 के स्कोर पर टीम इंडिया के साथ हुई चौंकाने वाली चीज
लीड्स में हेडिंग्ले के मैदान पर इंग्लैंड और मेहमान टीम इंडिया (India vs England) बुधवार को जब तीसरा टेस्ट मैच खेलने उतरीं तो पहले ही दिन काफी कुछ हो गया। एक पारी समाप्त हो गई और दूसरी टीम की पहली पारी में भी स्कोर सौ पार हो गया। मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया जो उल्टा पड़ा। इंग्लैंड ने भारत को महज 78 रन पर समेट दिया। जवाब देने उतरी इंग्लिश टीम के ओपनर ऐसे खेले मानो वो किसी और पिच पर खेल रहे थे और भारत किसी और पिच पर। इंग्लैंड के ओपनर्स ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक बिना विकेट खोए 120 रन बना लिए थे। इन सब के बीच दिन का सबसे अजीबोगरीब पल रहा जब भारतीय टीम 67 रन बनाकर खेल रही थी।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम पर इंग्लैंड के तेज गेंदबाज पूरी तरह हावी नजर आ रहे थे। भारत ने 58 रन पर अपने 5 विकेट गंवा दिए थे, लेकिन अब भी रोहित शर्मा पिच पर थे और रवींद्र जडेजा सहित शमी और बुमराह जैसे कुछ पुछल्ले बल्लेबाज भी बाकी थे जो पिछले मैच की तरह मैच की दिशा पलटने का दम रखते थे। भारतीय पारी बिखरती दिख रही थी लेकिन इन बचे हुए बल्लेबाजों के दम पर उन्होंने अब भी अपनी हिम्मत नहीं खोई थी।
वो 67 रन का स्कोर..सब रह गए दंग
भारत का स्कोर अब 5 विकेट पर 67 रन हो चुका था। रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा पिच पर खेल रहे थे। तभी 37वें और 38वें ओवर में कुछ ऐसा हुआ जिसने सबको दंग कर दिया। क्रेग ओवर्टन द्वारा किए जा रहे 37वें ओवर की चौथी गेंद पर उन्होंने रोहित शर्मा (19 रन) को रॉबिनसन के हाथों कैच करा दिया। इसके बाद अगली ही गेंद पर ओवर्टन ने मोहम्मद शमी (0) को बर्न्स के हाथों कैच करा दिया। ओवर्टन हैट्रिक पर थे, इशांत शर्मा पिच पर आए लेकिन किसी तरह वो ओवर की आखिरी गेंद खेल गए जिस पर कोई रन नहीं बना। ओवर्टन हैट्रिक से चूक गए। ये एक विकेट मेडन ओवर था। वैसे अभी पिक्चर बाकी थी..
अब स्कोर था 67/7, इसके बाद 38वें ओवर में सैम करन गेंदबाजी करने आए। पिच पर रवींद्र जडेजा और इशांत शर्मा मौजूद थे। ओवर की पहली गेंद को जडेजा ने खाली जाने दिया, कोई रन नहीं बना। लेकिन अगली ही गेंद पर जडेजा (4 रन) एलबीडब्ल्यू होकर पवेलियन लौट गए। अब जसप्रीत बुमराह पिच पर आए और वो भी आते ही पहली ही गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। अब सैम करन हैट्रिक पर थे, लेकिन वो भी सिराज को आउट नहीं कर सके और हैट्रिक से चूक गए।
6 गेंदों में 4 विकेट और 0 रन
यानी पिछली 6 गेंदों में दो गेंदबाजों ने मिलकर भारत के 4 विकेट गिराए, भारत 1 रन के लिए तरसता रहा और दोनों गेंदबाज हैट्रिक से भी चूक गए। कुछ देर पहले जो स्कोर 67/5 था, वही स्कोरलाइन अब थी 67/9..मतलब एक ही स्कोर पर भारतीय बल्लेबाजी क्रम ऐसा लड़खड़ाया कि वो स्कोर एक कदम आगे नहीं बढ़ सका और फिर तीन ओवर के बाद ओवर्टन ने सिराज के रूप में अंतिम विकेट लेकर भारतीय पारी को 78 रन पर समेट दिया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए शर्मनाक रिकॉर्ड
इसके साथ ही भारतीय टीम ने एक और शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम किया। ये टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने के बाद किसी भी टीम का टेस्ट इतिहास में सातवां सबसे छोटा स्कोर है। इससे पहले भारतीय टीम 1987 में दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले बल्लेबाजी चुनते हुए 75 रन पर आउट हो चुकी थी। जबकि 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अहमदाबाद में पहले बल्लेबाजी चुनते हुए 76 रन पर ढेर हुई थी।