- भारत के लिए शुभमन गिल और मोहम्मद सिराज एकसाथ टेस्ट डेब्यू करेंगे
- भारत के लिए 2013 में आखिरी बार दो खिलाड़ियों ने एकसाथ टेस्ट डेब्यू किया था
- विदेशी धरती पर भारत के लिए तीन खिलाड़ियों ने टेस्ट डेब्यू किया था
नई दिल्ली: शुभमन गिल और मोहम्मद सिराज अपना टेस्ट डेब्यू करेंगे क्योंकि भारतीय टीम ने 26 दिसंबर से मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर शुरू होने वाले बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए अपनी प्लेइंग इलेवन की घोषणा कर दी। एडिलेड टेस्ट में बल्ले से संघर्ष करने वाले पृथ्वी शॉ की जगह शुभमन गिल ओपनिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे। वहीं मोहम्मद सिराज तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की जगह लेंगे, जो हाथ में फ्रैक्चर के कारण शेष दौरे से बाहर हो गए हैं।
ध्यान हो कि गिल और सिराज दोनों ही सीमित ओवर में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। अब दोनों एकसाथ टेस्ट डेब्यू करेंगे। गिल ने भारत के लिए तीन वनडे खेले जबकि सिराज ने 1 वनडे और तीन टी20 में देश का प्रतिनिधित्व किया। दो खिलाड़ियों का एकसाथ टेस्ट डेब्यू करना दुर्लभ ही देखने को मिलता है। चलिए ध्यान देते हैं कि आखिरी बार कब दो भारतीय खिलाड़ियों ने एकसाथ टेस्ट डेब्यू किया था।
ऐतिहासिक सीरीज में दो धमाकेदार टेस्ट डेब्यू की कहानी
नवंबर 2013, ईडन गार्डन्स आखिरी पल था जब दो भारतीय क्रिकेटरों ने एक ही मैच में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। यह भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच था। रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी को टेस्ट डेब्यू कैप सौंपी गई थी। शर्मा और शमी दोनों का ही टेस्ट डेब्यू यादगार रहा। वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और पहली पारी में भारत के सबसे सफल गेंदबाज मोहम्मद शमी बने, जिन्होंने 71 रन पर चार विकेट झटके।
दूसरी पारी में शमी ने पांच विकेट झटके और भारत को पारी से जीत दर्ज करने में मदद की। मोहम्मद शमी की तरह रोहित शर्मा ने भी सनसनीखेज टेस्ट डेब्यू किया। छठे क्रम पर बल्लेबाजी करने आए मुंबई के बल्लेबाज ने 301 गेंदों में 177 रन ठोके। इस दौरान उन्होंने 23 चौके और एक छक्का जमाया। शर्मा टेस्ट डेब्यू में दोहरा शतक लगाने को तैयार लग रहे थे। हालांकि, उन्हें वीरासैमी परमॉल ने एलबीडब्ल्यू आउट किया। कोलकाता के दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ रोहित शर्मा को पहले टेस्ट शतक की शुभकामनाएं दी।
इसके बाद मुंबई में खेले गए दूसरे टेस्ट में शमी ने केवल दो विकेट झटके, लेकिन शर्मा ने लगातार दूसरा टेस्ट शतक जड़ा और भारत को पारी के अंतर से जीत दर्ज करने में मदद की। यह मौका विशेष था क्योंकि महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के करियर का यह आखिरी टेस्ट था। तेंदुलकर ने अपनी आखिरी पारी में 74 रन बनाए। शर्मा और शमी ने तेंदुलकर के संन्यास को यादगार बनाने के लिए अपनी मजबूत भूमिका निभाई। अब देखना होगा कि गिल और सिराज जब टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करेंगे तो कैसा प्रदर्शन करेंगे।