नई दिल्ली: भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा पिछले 10 सालों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्होंने साल 2010 में अपने टेस्ट करियार का आगाज किया था। इतना लंबा अरसा गुजर गया लेकिन साहा को टीम में खेलने के अधिक मौके नहीं मिले। उन्होंने अब तक सिर्फ 37 टेस्ट मैच ही खेले हैं। साहा के कम मैचों में नजर आने की अहम वजह दिग्गज विकेटकीपर महेंद्र सिंह हैं। दरअसल, धोनी जब तक टेस्ट टीम के हिस्सा रहे, तब तक साहा को अधिक अवसर नहीं मिले। धोनी उस वक्त टीम के कप्तान थे, जब साहा ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। धोनी के टीम में रहते साहा के पास बाहर बैठकर का इंतजार करने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।
'धोनी से कई चीजें सीखने वाली हैं'
हालांकि, साहा को ज्यादा मौके नहीं मिलने का कोई मलाल नहीं है। उनका कहना है कि मैं जानता था अगर एमएस धोनी खेल रहे हैं तो मुझे मौका नहीं मिलेगा। साहा ने हाल ही में इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में यह बात कही। उन्होंने साथ ही धोनी को लेकर कई और बातें भी साझा कीं। साहा ने धोनी की तारीफ करते हुए कहा, 'धोनी का कीपिंग या बल्लेबाजी स्टाइल, उनका चंद सेंकेड में स्टंपिंग करना, ऐसी कई सारी चीजें जो सीखने वाली हैं। वह मुझसे सिर्फ 2-4 साल ही बड़े हैं। मैं जानता था कि अगर एमएस धोनी खेल रहे हैं तो मुझे खेलने का मौका नहीं मिलेगा।'
उन्होंने कहा, 'किसी को भी बाहर बैठना पसंद नहीं है, मगर टीम में एमएस धोनी हों तो किसी के पास कोई विकल्प नहीं बचता। ऐसे में मुझे जब भी मौका मिला तो मैंने उससे अधिकतम सीखा और प्रदर्शन किया।' साहा ने अपने डेब्यू टेस्ट को याद करते हुए कहा, 'मैंने धोनी से नागपुर टेस्ट मैच के दौरान पूछा था कि कीपिंग कौन करेगा। उन्होंने कहा था कि जाहिर है मैं ही करूंगा, तुम एक अच्छे फील्डर हो इसलिए मैदान पर जाओ और फील्डिंग करो।'
'मैंने धोनी को रिप्लेस नहीं किया'
साहा आगे कहा कि मैंने धोनी को रिप्लेस नहीं किया, लेकिन मुझे उनके रिटायरमेंट के बाद टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका मिला। जिस टेस्ट मैच में मैंने डेब्यू किया था, उसमें वीवीएस लक्ष्मण उंगली की चोट की वजह से नहीं खेल रहे थे। उनकी जगह लेने के लिए रोहित शर्मा को बुलाया गया था। मैच के दिन प्रैक्टिस के दौरान रोहित और मेरी टक्कर हो गई। हम दोनों की ए़ड़ी में चोट आई, लेकिन रोहित की चोट ज्यादा थी। टॉस के लिए जाते हुए रास्ते में धोनी ने मुझसे कहा कि साहा तू खेल रहा है।