रांची: टीम इंडिया के हिटमैन रोहित शर्मा का बल्ला टेस्ट क्रिकेट में बतौर ओपनर नहीं थम रहा। रोहित ने शनिवार को रांची में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के तीसरे और आखिरी टेस्ट में 130 गेंद में 101 रन की पारी खेलकर सीरीज का तीसरा शतक जड़ दिया। विशाखापट्टनम टेस्ट की पहली पारी में रोहित शर्मा ने 176 रन बनाए थे। इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने 127 रन जड़ दिए थे। पुणे टेस्ट में रोहित का बल्ला नहीं चला लेकिन रांची में उन्होंने एक बार फिर रनों की बरसात कर दी और सीरीज का तीसरा और टेस्ट करियर का छठा शतक पूरा कर लिया।
एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा छक्के
रोहित ने अपनी इस शतकीय पारी के दौरान 13 चौके और 4 छक्के जड़े। रोहित ने अपने जाने पहचाने अंदाज में छक्के के साथ अपना शतक पूरा किया। इस पारी के दौरान रोहित एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। रोहित ने विशाखापट्टनम टेस्ट में 13 छक्के जड़े थे और एक टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया था। रांची के शुरुआती 4 छ्क्कों को मिलाकर मौजूदा सीरीज में वो कुल 17* छक्के जड़ चुके हैं जो कि एक सीरीज में किसी खिलाड़ी के बल्ले से निकले सबसे ज्यादा छक्कों का नया विश्व रिकॉर्ड है।
रोहित से पहले यह रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के शेमरॉन हेटमायर के नाम दर्ज था। हेटमायर ने पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान 2 टेस्ट मैच में 15 छक्के जड़े थे। ऐसे में हिटमैन रोहित ने वनडे और टी-20 के बाद टेस्ट क्रिकेट में भी खुद को सिक्सर किंग के रूप में स्थापित कर लिया है।
पूरे किए टेस्ट क्रिकेट में 2 हजार रन
रोहित शर्मा ने शनिवार को अपने शतक पूरा करते ही टेस्ट क्रिकेट में 2 हजार रन पूरे कर लिए हैं। रोहित ने करियर के 30वें टेस्ट की 51वीं पारी में इस आंकड़े को पार किया। रोहित ने 2 हजार टेस्ट रन 46.72* के औसत से बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 6 शतक और 10 अर्धशतक जड़े हैं।
एक सीरीज में बतौर ओपनर तीन या उससे ज्यादा शतक
रोहित शर्मा एक टेस्ट सीरीज में बतौर ओपनर तीन या उससे ज्यादा शतक जड़ने वाले सुनील गावस्कर के बाद दूसरे भारतीय बन गए हैं। रोहित ने बतौर ओपनर करियर की पहली टेस्ट सीरीज में ये उपलब्धि हासिल की थी। वहीं सुनील गावस्कर ने तीन बार ऐसा किया। उन्होंने साल 1970-71 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में पारी की शुरुआत करते हुए 4 शतक जड़े थे। गावस्कर ने साल 1978-79 में कैरेबियाई टीम के खिलाफ फिर चार शतक जड़ दिए। इससे पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1977-78 में तीन शतक जड़े थे।