- यूसुफ पठान ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की
- यूसुफ पठान ने सोशल मीडिया के जरिये संन्यास की जानकारी दी
- यूसुफ पठान ने 57 वनडे और 22 टी20 इंटरनेशनल मैचों में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया
नई दिल्ली: टीम इंडिया के अनुभवी ऑलराउंडर यूसुफ पठान ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया है। पठान ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए संन्यास की जानकारी दी। पठान ने अपने पोस्ट में लिखा, 'मैं अपने परिवार, दोस्तों, फैंस, टीम, कोच और पूरे देश का दिल से शुक्रिया करता हूं कि सभी ने मेरा समर्थन और मुझे भरपूर प्यार किया।'
अपने बयान में यूसुफ ने आगे कहा, 'मुझे अब भी वो दिन याद है जब पहली बार भारतीय टीम की जर्सी पहनी थी। मैं उस दिन न सिर्फ जर्सी पहनी थी, बल्कि अपने परिवार, कोच, दोस्त और पूरे देश व मेरी उम्मीदें अपने कंधें पर चढ़ाई थी। बचपन से ही मेरी जिंदगी क्रिकेट के ईर्द-गिर्द रही घूमी है। मैंने अपने करियर में अंतरराष्ट्रीय स्तर, घरेलू स्तर और आईपीएल खेला। मगर आज कुछ अलग है। आज के दिन न तो विश्व कप या आईपीएल फाइनल है, लेकिन फिर भी यह बराबरी का महत्वपूर्ण दिन है।'
पठान ने आगे लिखा, 'मेरा समय आ गया है कि अपनी जिंदगी की इस पारी पर पूर्ण विराम लगाऊं। मैं आधिकारिक रूप से क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा करता हूं। मैं अपने परिवार, दोस्तों, फैंस, टीम, कोच और पूरे देशवासियों को दिल से धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मेरा समर्थन किया और मुझे भरपूर प्यार दिया। मुझे उम्मीद है कि आप मुझे भविष्य में भी प्रोत्साहित करते रहेंगे।'
बता दें कि यूसुफ पठान की टीम इंडिया में एंट्री 2007 वर्ल्ड टी20 के फाइनल में हुई थी, जब चोटिल वीरेंद्र सहवाग की जगह उन्हें शामिल किया गया था। यूसुफ पठान ने 57 वनडे और 22 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। वह अपने समय के सबसे पावर हिटर्स में से एक थे। 2011 विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य यूसुफ पठान ने 2012 में दक्षिण अफ्रीका में टी20 इंटरनेशनल मैच में आखिरी बार अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था।
यूसुफ पठान ने राजस्थान रॉयल्स को आईपीएल के पहले एडिशन का चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद वह आईपीएल में केकेआर के नियमित सदस्य रहे। इसके बाद उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व किया। पठान को आईपीएल फ्रेंचाइजी ने रिलीज कर दिया था और उन्हें नीलामी में कोई खरीदार नहीं मिला। इसके अलावा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी के लिए यूसुफ पठान का चयन नहीं हुआ। यह वजह भी है, जिसके चलते उन्होंने संन्यास लेने का फैसला उठाया।