- युवराज सिंह ने कहा कि डब्ल्यूटीसी फाइनल तीन मैचों का होना चाहिए था
- युवराज सिंह ने कहा कि विराट कोहली की टीम थोड़े नुकसान की स्थिति में है
- युवराज सिंह ने कहा कि मैच प्रैक्टिस की भरपाई किसी भी तरीके से नहीं हो सकती है
नई दिल्ली: भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह का मानना है कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल तीन मैचों का मुकाबला होना चाहिए था क्योंकि मौजूदा कार्यक्रम के कारण विराट कोहली की टीम थोड़े नुकसान की स्थिति में है। गुरुवार को इंग्लैंड पहुंचने वाली भारतीय टीम 18 जून से साउथैम्प्टन में होने वाले टेस्ट में सीमित तैयारी के साथ उतरेगी जबकि न्यूजीलैंड की टीम मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है।
युवराज ने 'स्पोर्ट्स तक' से कहा, 'मेरा मानना है कि इस तरह की स्थिति में बेस्ट ऑफ थ्री टेस्ट की सीरीज होनी चाहिए क्योंकि अगर आप पहला मैच गंवा दो तो अगले दो मैचों में वापसी कर सकते हो। भारत थोड़े नुकसान की स्थिति में है क्योंकि न्यूजीलैंड की टीम पहले ही इंग्लैंड में टेस्ट मैच खेल रही है। आठ से 10 अभ्यास सत्र मिलेंगे, लेकिन मैच अभ्यास की भरपाई किसी चीज से नहीं हो सकती। यह बराबरी का मुकाबला होगा लेकिन न्यूजीलैंड की टीम थोड़े फायदे की स्थिति में रहेगी।'
भारत का बल्लेबाजी क्रम मजबूत: युवी
युवराज सिंह ने कहा कि भारत का बल्लेबाजी क्रम केन विलियमसन की अगुआई वाली न्यूजीलैंड की टीम की तुलना में मजबूत है। उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि भारतीय टीम मजबूत है क्योंकि पिछले कुछ समय में हमने देश के बाहर जीत दर्ज की है। मुझे लगता है कि हमारी बल्लेबाजी मजबूत है और गेंदबाजी में हम उनके बराबर हैं।'
विश्व कप 2011 में भारत की खिताब जीत में अहम भूमिका निभाने वाले युवराज ने कहा कि इंग्लैंड में पहली बार सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे रोहित शर्मा और शुभमन गिल को जल्द से जल्द ड्यूक्स गेंदों का आदी होना होगा।
युवराज ने कहा, 'रोहित शर्मा अब टेस्ट मैचों में काफी अनुभवी है। उसके नाम सात शतक हैं और इनमें से चार उसने सलामी बल्लेबाज के रूप में बनाए हैं। लेकिन रोहित और शुभमन गिल दोनों ने इससे पहले इंग्लैंड में कभी पारी का आगाज नहीं किया है। वे चुनौती से वाकिफ हैं, ड्यूक्स गेंद शुरुआत में स्विंग करती है। उन्हें हालात से जल्दी सामंजस्य बैठाना होगा।'
सत्र दर सत्र खेल को आगे बढ़ाएं: युवराज सिंह
युवराज ने कहा, 'इंग्लैंड में यह महत्वपूर्ण है कि आप एक बार में एक सत्र पर ध्यान दें। सुबह गेंद स्विंग और सीम करती है और दोपहर में आप रन बना सकते हो, चाय के विश्राम के बाद गेंद फिर स्विंग करती है। एक बल्लेबाज के रूप में अगर आप इन चीजों से सामंजस्य बैठा लो तो आप सफल हो सकते हो।' गिल ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहली टेस्ट सीरीज में प्रभावित किया था, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में वह रन बनाने के लिए जूझते दिखे। युवराज चाहते हैं कि गिल ऑस्ट्रेलिया में अपने प्रदर्शन से आत्मविश्वास लें।
उन्होंने कहा, 'शुभमन काफी युवा है, अभी अनुभवहीन है लेकिन ऑस्ट्रेलिया में सफलता से उसका आत्मविश्वास बढ़ना चाहिए। इसलिए अगर वह आत्मविश्वास के साथ उतरता है तो दुनिया में कहीं भी अच्छा प्रदर्शन कर सकता है।' युवराज ने लंबे दौरे के दौरान जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में रहने की अतिरिक्त चुनौती पर भी बात की। भारत को इस दौरे पर इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज भी खेलनी है जो चार अगस्त से शुरू होगी।