- जहीर खान ने जसप्रीत बुमराह को अहम सलाह दी
- जसप्रीत बुमराह ने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया
- जेम्स एंडरसन के साथ जसप्रीत बुमराह का विवाद हुआ था
नई दिल्ली: जहीर खान ने भारतीय तेज गेंदबाज जसपीत बुमराह को सलाह दी है, जिन्होंने लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ मैच विजयी प्रदर्शन किया और चर्चा का केंद्र बने। गुजरात के तेज गेंदबाज मैदान पर शांत रहने के लिए जाने जाते हैं और बहुत ही कम वो किसी खिलाड़ी पर बरसते हैं। मगर लॉर्ड्स में बुमराह का अलग अवतार देखने को मिला। तीसरे दिन के अंत में बुमराह ने जेम्स एंडरसन पर बाउंसर की बौछार की। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच काफी विवाद हुआ।
दोनों के बीच शब्दों में काफी लड़ाई हुई और एंडरसन ने कथित रूप से आरोप लगाया कि बुमराह ने उन्हें बहुत तेज गेंदबाजी की है। इस घटना ने भारतीय गेंदबाज सहित पूरी टीम को आगबबूला किया। पांचवें दिन जब बुमराह बल्लेबाजी करने आए तो भारतीय टीम संघर्ष कर रही थी और उसे कुछ रन की जरूरत थी। बुमराह पहली पारी में विकेट नहीं ले पाए थे और बिना खाता खोले आउट हुए थे।
इंग्लैंड ने बुमराह पर बाउंसर से हमला किया, लेकिन भारतीय क्रिकेटर क्रीज पर डटे रहे। बुमराह ने मोहम्मद शमी के साथ 89 रन की महत्वपूर्ण अविजित साझेदारी में नाबाद 34 रन बनाए। बल्ले के साथ मैच सुरक्षित करने वाले बुमराह ने फिर दूसरी पारी में तीन विकेट लेकर भारत को 151 रन की जीत हासिल करने में मदद की।
बुमराह ने सही तरह गुस्से का इस्तेमाल किया: जहीर खान
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का मानना है कि पहली पारी में बुमराह के संघर्ष ने उन्हें दूसरी पारी में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। खान ने क्रिकबज के साथ बातचीत में कहा, 'अगर गुस्सा होकर वह खुद को लेकर चले और इस तरह का प्रदर्शन करें तो मेरा मानना है कि उन्हें समय-समय पर विरोधी टीम को ऐसा करके दिखाने की जरूरत है। देखिए पहली पारी में वो विकेट नहीं ले सके और क्लास गेंदबाज होने के नाते मुझे भरोसा है कि उन्हें चिंता हुई होगी।'
पूर्व तेज गेंदबाज ने बुमराह के प्रयासों की तारीफ की। बुमराह ने दूसरी पारी में तीन महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। उन्होंने पहले ओवर में रोरी बर्न्स को आउट किया। फिर चायकाल के बाद पहले ओवर में जो रूट को आउट किया। उनका आखिरी विकेट ओली रोबिंसन था, जिसने इंग्लैंड को 120/7 से 120 रन पर ऑलआउट में पहुंचा दिया है।
जहीर खान ने कहा, 'जब एंडरसन ऐपिसोड शुरू हुआ तो उसने इंग्लिश क्रिकेटर को बाउंसर डाली। बल्लेबाजी में वह गेंदबाजों पर हावी होकर खेला। इन सभी से उसे प्रोत्साहन मिला और उसने अपने गुस्से का सही जगह उपयोग किया। इंग्लैंड सोच रहा होगा कि हमें बुमराह को बाउंसर डालने देना थी और उनसे उलझना नहीं चाहिए था। जिस जोश के साथ बुमराह ने गेंदबाजी की, वह तारीफ ए काबिल है।'