- पहले टेस्ट शतक को दोहरे में बदलने वाले इंग्लैंड के सातवें बल्लेबाज बने क्रॉले
- बने सबसे कम उम्र में टेस्ट में दोहरा शतक जड़ने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी
- जोस बटलर के साथ पांचवें विकेट के लिए की रिकॉर्ड साझेदारी
साउथैम्पटन: इंग्लैंड के 22 साल के युवा बल्लेबाज जैक क्रॉले ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर के पहले टेस्ट शतक को दोहरे शतक में तब्दील करने का कारनामा कर दिखाया। साउथैमप्टन में खेले जा रहे सीरीज के तीसरे और निर्णायक टेस्ट के दूसरे दिन क्रॉले ने 331 गेंद पर अपना दोहरा शतक पूरा किया। उन्होंने नसीम शाह की गेंद पर थर्ड मैन बाउंड्री पर चौका जड़कर ये उपलब्धि हासिल की। इसी दौरान उन्होंने जोस बटलर के साथ पांचवें विकेट के लिए इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड भी कायम कर दिया। क्राले अपने दोहरे शतक को तिहरे में तब्दील करने से 33 रन दूर रह गए। 267 रन की धमाकेदार पारी खेलने के बाद वो पार्टटाइम गेंदबाज असद शफीक की गेंद पर स्टंपिंग हो गए।
शुक्रवार को क्राले ने करियर का आठवां टेस्ट खेलते हुए 171 गेंद पर अपना शतक पूरा किया था। पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए वो पहले दिन का खेल खत्म होने तक 171 रन बनाकर नाबाद रहे थे। ऐसे में उन्होंने दूसरे संभलकर खेलते हुए दूसरे सत्र में अपना दोहरा शतक पूरा किया। अपने दोहरे शतक के दौरान क्रॉले ने 25 चौके जड़े। इसके बाद उन्होंने तेजी से रन बनाते हुए 372 गेंद पर 32 चौके और 1 छक्के की मदद से 250 रन पूरे किए लेकिन अंत में अपनी इस पारी को तिहरे शतक में बदलने से चूक गए।
इन बल्लेबाजों ने पहले को दोहरे शतक में किया है तब्दील
जैक क्रॉले अपने पहले टेस्ट शतक को दोहरे में तब्दील करने वाले इंग्लैंड के सातवें बल्लेबाज हैं। इंग्लैंड के लिए सबसे पहले ये कारनामा 1903 में टिप फॉस्टर ने किया था। उसके बाद वॉली हैमंड(1928), एडी पेंटर(1938), बिल एंडरिच(1939), डेविड लॉयड(1974) और रॉब की(2004) में रॉब की ने ये कारनामा किया था।
सबसे कम उम्र में दोहरा शतक
टेस्ट क्रिकेट में क्रॉले इंग्लैंड के लिए सबसे कम उम्र में दोहरा शतक जड़ने वाले खिलाड़ियों की सूची में लेन हॉटन और डेविड गॉवर जैसे पूर्व दिग्गजों के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। क्रॉले ने 22 साल 201 दिन की उम्र में दोहरा शतक जड़ा है जबकि लेन हॉटन ने 22 साल 58 दिन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ओवल में साल 1938 में दोहरा शतक जड़ा था। इसके बाद दूसरे पायदान पर काबिज डेविड गॉवर ने साल 1979 में भारत के खिलाफ एजबेस्टन में 22 साल 102 दिन की उम्र में दोहरा शतक जड़ा था। अपनी इस शानदार पारी के दौरान क्रॉले ने साल 1939 में बिल एड्रिच द्वारा द. अफ्रीका के खिलाफ 22 साल 343 दिन की उम्र में बनाए रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
दोहरा शतक जड़ने के बाद जैसे ही क्रॉले 222 रन के स्कोर पर पहुंचे वो टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले केंट के खिलाड़ी बन गए।