- न्यूजीलैंड ने दूसरे टेस्ट में 3 विकेट खोकर 132 रन का लक्ष्य हासिल किया
- विराट कोहली ने बतौर कप्तान पहली बार टेस्ट सीरीज में व्हाइटवॉश झेला
- टीम इंडिया दो मैचों की टेस्ट सीरीज में सिर्फ एक बार 200 रन का आंकड़ा पार करने में कामयाब रही
क्राइस्टचर्च: विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के हाथों दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-2 से क्लीन स्वीप झेलना पड़ा। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अंतर्गत खेली गई टेस्ट सीरीज में न्यूजीलैंड ने सोमवार को भारत को दूसरे व अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन सात विकेट से मात दी। भारतीय टीम दूसरी पारी में केवल 124 रन पर सिमटी और इस तरह न्यूजीलैंड को 132 रन का आसान लक्ष्य मिला, जिसे उसने तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव ने विकेट जरूर चटकाए, लेकिन टॉम लैथम (52), टॉम ब्लंडेल (55) और केन विलियमसन (5) के विकेट बड़ी देरी से मिले। सीरीज में रन बनाने के लिए संघर्ष करने वाले विराट कोहली ने सोमवार को गेंदबाजी में भी हाथ आजमाए।
सेना देशों में चौथे दौरे पर तीसरी टेस्ट सीरीज हार
आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग में नंबर-1 पर काबिज टीम इंडिया आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अब भी शीर्ष पर काबिज है। भारत के 360 अंक है और वह दूसरे स्थान पर काबिज ऑस्ट्रेलिया से 64 अंक की बढ़त पर है। हालांकि, कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने पिछले साल वेस्टइंडीज के अलावा घरेलू जमीन पर दमदार प्रदर्शन किया था।
ध्यान रहे कि यह पहला मौका है जब भारतीय कप्तान विराट कोहली को बतौर कप्तान टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा। वैसे, 2018 से भारतीय कप्तान की चौथे विदेशी दौरे पर यह तीसरी हार है। भारत को 8 साल में पहली बार टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा। इससे पहले भारत को 2012 में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जमीन पर 4-0 से शिकस्त दी थी। भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड दौरे की शुरुआत शाही अंदाज में की थी और पांच मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज में 5-0 से क्लीन स्वीप किया था। मगर फिर मेजबान टीम ने जोरदार वापसी की और वनडे व टेस्ट सीरीज में क्रमश: 3-0 व 2-0 से भारत को मात दी।
भारतीय टीम का सेना देशों में प्रदर्शन काफी अच्छा नहीं रहा है। ऑस्ट्रेलिया में 2-1 से सीरीज जीतने के बाद भारत को दक्षिण अफ्रीका (2018 में 1-2) और इंग्लैंड (2018 में 1-4) ने करारी शिकस्त दी।
क्राइस्टचर्च में गेंदबाजों की मेहनत पर बल्लेबाजों ने फेरा पानी
भारतीय टीम को वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के हाथों 10 विकेट की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। हेड कोच रवि शास्त्री ने उम्मीद जताई थी कि दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम जोरदार वापसी करेगी। हालांकि, भारतीय टीम के प्रदर्शन में कोई सुधार नहीं हुआ और क्राइस्टचर्च में भी विराट सेना खेल के तीनों विभागों में न्यूजीलैंड से पिछड़ी हुई नजर आई।
पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा और हनुमा विहारी के अर्धशकों के बावजूद भारत की पहली पारी 242 रन पर सिमटी। भारतीय टीम के आखिरी पांच बल्लेबाज 48 रन जोड़कर पवेलियन लौटे जबकि न्यूजीलैंड की टीम के पुछल्ले बल्लेबाजों ने 153/7 के स्कोर के बाद 82 रन जोड़े। टीम इंडिया ने पहली पारी के आधार पर 7 रन की बढ़त हासिल की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों की मेहनत पर बल्लेबाजों ने पानी फेर दिया।
टीम इंडिया ने रविवार को 90 रन पर 6 विकेट गंवा दिए और फिर सोमवार को पूरी टीम 124 रन पर ढेर हो गई। बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण टीम इंडिया ने 0-2 से टेस्ट सीरीज केवल 7 दिनों के भीतर गंवाई। भारतीय टीम पूरी सीरीज में केवल एक बार 200 रन का आंकड़ा पार करने में कामयाब रही। कप्तान विराट कोहली 4 पारियों में केवल 38 रन बना सके जबकि उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने 91 रन बनाए। भारतीय टीम के दौरे का बेहद खराब और निराशाजनक अंत हुआ।