- अंशुमन गायकवाड़ ने कहा कि आईपीएल इस साल अक्टूबर-नवंबर में कराया जा सकता है
- गायकवाड़ का मानना है कि टी20 विश्व कप का आयोजन मुश्किल है
- गायकवाड़ ने कहा कि क्रिकेट अब पहले की तरह नहीं होगा
मुंबई: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़ का मानना है कि इस साल ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में अक्टूबर-नवंबर में टी20 विश्व कप का आयोजन मुश्किल है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज मार्क टेलर भी कह चुके हैं कि यात्रा पाबंदियों को देखते हुए टूर्नामेंट की मेजबानी करना मुश्किल होगा। पिछले कुछ महीनों से कोरोना वायरस महामारी का दुनिया पर गहरा प्रकोप हुआ और इससे क्रिकेट भी अछूता नहीं रहा।
भारत के लिए 40 टेस्ट और 15 वनडे खेलने वाले गायकवाड़ ने 2020 आईपीएल के आयोजन में ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल 2020 को अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित कर दिया गया है। 67 साल के गायकवाड़ का मानना है कि अगर इस साल आईपीएल कराना है तो अक्टूबर-नवंबर की विंडो बेस्ट रहेगी।
टी20 वर्ल्ड कप हो रद्द
गायकवाड़ के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया ने कहा, 'मुझे शक है कि इस साल टी20 विश्व कप होगा। आईपीएल के बारे में भी हम अभी कुछ सोच नहीं सकते। यह भारतीय परिस्थितियों पर निर्भर करेगा और इसकी विंडो अक्टूबर-नवंबर में रहेगी। अगर टी20 विश्व कप 2020 रद्द हुआ तो आईपीएल का आयोजन हो सकता है।' मगर गायकवाड़ के मुताबिक यह भी देखना जरूरी है कि आईपीएल आयोजन कराने के लिए भारत में कैसी स्थिति रहती है।
उन्होंने कहा, 'अगर वर्ल्ड कप रद्द या स्थगित हुआ तभी आईपीएल होगा। मगर यह भी देखना होगा कि उस समय भारत में क्या स्थिति रहेगी।' मुंबई में जन्में गायकवाड़ का मानना है कि खेल अब वैसा नहीं रहेगा, जैसा होता था। जब सोशल गेदरिंग में दिक्कत है, तो उन्होंने कहा कि खेल को खाली स्टेडियम में खेला जा सकता है। गायकवाड़ के मुताबिक, 'क्रिकेट अब कभी पहले जैसा नहीं रहेगा। सोच बदल जाएगी। स्टेडियम में दर्शक नहीं होंगे। क्रिकेटर्स को खाली स्टेडियम में खेलने की आदत नहीं। नई तरह की क्रिकेट खेलने का अनुभव अलग होगा।'
इसके अलावा गायकवाड़ ने कहा कि दुनिया को क्रिकेट एक्शन शुरू होने से पहले चार महीने का इंतजार करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, 'क्रिकेट दोबारा शुरू होने में करीब दो से चार महीने लग सकते हैं।' आईसीसी क्रिकेट समिति ने गेंद चमकाने के लिए थूक लगाने पर बैन लगा दिया है। इस फैसले से कई तेज गेंदबाजों की चिंता बढ़ गई है।