- इंटरनेशनल क्रिकेटरों के बल्ले ठीक करने वाले अशरफ चौधरी जीने के लिए संघर्षरत
- कुछ क्रिकेटरों ने अपने पैसों का भुगतान अब तक नहीं किया है
- मार्च से भारत में कोई प्रतिस्पर्धी मुकाबला नहीं हुआ है
मुंबई: कोरोना वायरस महामारी की खेल इंडस्ट्री पर तगड़ी मार पड़ी है। देश में मार्च से किसी खेल गतिविधि का आयोजन नहीं हो रहा है और मौजूदा स्थिति को देखते हुए इस साल किसी इवेंट की मेजबानी की उम्मीदें भी न के बराबर हैं। हॉकी और बैडमिंटन खिलाड़ियों ने ओलंपिक्स के लिए तैयारियां जरूर शुरू की, लेकिन ज्यादातर खिलाड़ी लॉकडाउन और यात्रा पाबंदियों के कारण अपने घर में हैं। चूकि कोई एक्शन नहीं हो रहा है, तो जिनकी रोजी रोटी खेल उपकरण के माध्यम से चलती है, वो भी संघर्ष कर रहे हैं।
इनमें से एक हैं अशरफ चौधरी। सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी, विराट कोहली, स्टीव स्मिथ सहित कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों के बल्ले ठीक करते हैं अशरफ चौधरी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अशरफ इस समय किडनी संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं और इसके साथ-साथ उनके पास पैसों की भी कमी है। कोविड-19 संकट के कारण वह लंबे समय से कोई काम नहीं कर रहे हैं और आईपीएल भी यूएई में आयोजित हो रहा है, तो भारत में अगले कुछ महीनों तक कोई क्रिकेट गतिविधि नहीं होना है।
अशरफ के इलाज के लिए फंड इकट्ठा करने वाले प्रशांत जेठमलानी ने बातचीत में कहा, 'अशरफ चौधरी की स्थिति में सुधार नहीं है। कुछ किडनी में स्टोन संबंधित समस्याएं हैं, जिसे ठीक करना है और इसके अलावा भी कुछ दिक्कते हैं। लॉकडाउन के कारण उनके बिजनेस पर तगड़ा असर पड़ा क्योंकि क्रिकेट पूरी तरह ठहर गया। अशरफ चौधरी के पास अस्पताल का बिल भरने के पैसे नहीं हैं। जो भी उनके पास पैसे थे, वो खत्म हो गए। हमने करीब दो लाख रुपए इकट्ठा किए, लेकिन अभी और जरूरत है। हम उनके लिए फंड इकट्ठा करने का प्रयास कर रहे हैं।'
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कुछ क्रिकेटरों का अशरफ चौधरी को पैसे चुकाना बाकी है। यह देखना होगा कि कोई क्रिकेटर अशरफ चौधरी की मदद को आगे आता है या नहीं, जिन्होंने उनकी सफलता में प्रमुख भूमिका निभाई है। बहरहाल, भारतीय क्रिकेटर्स आईपीएल 2020 के लिए यूएई पहुंच चुके हैं। इस साल 19 सितंबर से 10 नवंबर तक आईपीएल होगा।