- अक्षर पटेल ने कहा कि भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाना आसान नहीं
- अक्षर पटेल ने इस साल इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था
- अक्षर पटेल को रवींद्र जडेजा की जगह भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिली थी
नई दिल्ली: अक्षर पटेल इस साल फरवरी में अपना टेस्ट डेब्यू किया। बाएं हाथ के गेंदबाज ने छह साल पहले राष्ट्रीय टीम के लिए अपना पहला मैच खेला था। पटेल का टेस्ट डेब्यू यादगार रहा, जहां उन्होंने 3 मैचों में 27 विकेट चटकाए। उन्होंने चार बार एक पारी में पांच विकेट लिए, जिसकी मदद से भारत ने इंग्लैंड को 3-1 से सीरीज में मात दी। इंग्लैंड ने एकमात्र टेस्ट जीता था, जिसमें अक्षर पटेल घुटने की चोट के कारण नहीं खेल सके थे।
वैसे, लाल गेंद क्रिकेट में भारत की पहली पसंद रवींद्र जडेजा रहते हैं, जो घरेलू सीरीज में अंगूठे की चोट के कारण बाहर थे। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जडेजा चोटिल हुए थे। उनकी गैरमौजूदगी अक्षर पटेल के लिए वरदान साबित हुई, जो गुजरात के दूसरे सबसे लोकप्रिय बाएं हाथ के स्पिन ऑलरउंडर के रूप में उभरे।
अक्षर पटेल ने स्वीकार किया कि उनकी शैली में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन जडेजा की मैदान में बेहतरीन प्रदर्शन ने अन्य बाएं हाथ के स्पिनरों की टीम में एंट्री बहुत मुश्किल बना दी है। रविचंद्रन अश्विन की उपस्थिति से भी उनकी मुसीबत बढ़ी है।
अक्षर पटेल ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मुझे नहीं लगता कि मैं कहीं पिछड़ा हूं। दुर्भाग्यवश मैं चोटिल हुआ और वनडे में अपनी जगह गंवा दी। टेस्ट में रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जडेजा जिस तरह प्रदर्शन कर रहे हैं तो ऐसे में अन्य बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर के लिए जगह बनाना बहुत मुश्किल है। रिस्ट स्पिनर्स कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। टीम संयोजन के कारण मैं बाहर हुआ। जब मुझे मौका मिला तो मैंने खुद को साबित करने की कोशिश की।'
शानदार रही टेस्ट सीरीज
27 साल के अक्षर पटेल ने इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट में डेब्यू किया। वह 9वें भारतीय खिलाड़ी बने, जिन्होंने डेब्यू में एक पारी में पांच विकेट लिए। वैसे, वह दिलीप दोषी के बाद दूसरे बाएं हाथ के स्पिनर बने, जिन्होंने डेब्यू टेस्ट में एक पारी में पांच विकेट लिए। बाएं हाथ के स्पिनर पटेल एक बार फिर दिलीप दोषी के क्लब में शामिल हुए जब चार बार एक पारी में पांच विकेट चटकाए और सीरीज में 27 विकेट लिए।
चौथे टेस्ट के तीसरे दिन डॉम बेस का शिकार अक्षर का 27वां टेस्ट विकेट बना। उन्होंने भारत के लिए डेब्यू सीरीज में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने के रिकॉर्ड की बराबरी की। अपने करियर के तीन टेस्ट में चार बार एक पारी में पांच विकेट लेकर अक्षर पटेल डेब्यू टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा बार एक पारी में पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बने।
रिषभ पंत मेरे सबसे करीबी दोस्त
अक्षर पटेल ने आगे बताया कि 23 साल के रिषभ पंत उनके सबसे खास दोस्तों में से एक हैं। पटेल ने कहा कि युवा पंत ने अतिरिक्त जिम्मेदारी उठा रखी है कि मजाक करके टीम के साथियों को बुरे दौर से उबरने में मदद करता है।
पटेल ने कहा, 'रिषभ पंत के साथ मेरी खूब जमती है। हम दोनों आईपीएल में एक ही टीम के लिए खेलते हैं। वो मेरे सबसे करीबी दोस्तों में से एक है। वो टीम में माहौल बनाए रखता है। वो विकेट के पीछे से मजाक करता रहता है। पांच दिनी मुकाबले में अगर कोई अच्छी साझेदारी हो तो वो समय काटना काफी मुश्किल होता है। तब पंत मजाक करके टीम के साथियों का मनोबल बढ़ाए रखते हैं।'