- बीसीसीआई ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए चार्टर्ड विमान का इंतजाम करने के लिए काम कर रहा है
- आईपीएल 2021 बीच में ही अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित कर दिया गया है
- ऑस्ट्रेलिया में कड़े नियम के चलते खिलाड़ियों को दूसरे देश होते हुए स्वदेश लौटना होगा
सिडनी: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी निक हॉकले ने बुधवार को कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए चार्टर्ड विमान का इंतजाम करने के लिए काम कर रहा है।
भारत में कोविड-19 के बढ़त मामलों के चलते यात्रा प्रतिबंध के कारण इन खिलाड़ियों के स्वदेश लौटने से पहले मालदीव या श्रीलंका में रुकने की संभावना है। हॉकले ने सिडनी में संवाददाताओं से कहा, 'बीसीसीआई पूरे समूह को भारत से बाहर निकालने के लिए काम कर रहा है जहां वे ऑस्ट्रेलिया में वापसी संभव होने तक रुकेंगे।'
उन्होंने कहा, 'बीसीसीआई कई विकल्पों पर काम कर रहा है। अब मालदीव और श्रीलंका को चुना गया है। बीसीसीआई उन्हें बाहर निकालने और फिर चार्टर्ड विमान से स्वदेश भेजने के लिए भी प्रतिबद्ध है।' कोलकाता नाइट राइडर्स, दिल्ली कैपिटल्स, सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई सुपरकिंग्स में कोविड-19 संक्रमण के कई मामले सामने आने के बाद मंगलवार को आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
कोचों और कमेंटेटर सहित ऑस्ट्रेलिया के 14 खिलाड़ी अब दूसरे रास्ते स्वदेश लौटेंगे क्योंकि ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भारत से लौटने वालों के लिए कड़े नियम लागू किए हैं। यह पूछने पर कि क्या इस साल आईपीएल बहाल हो सकता है तो हॉकले ने कहा कि इस बारे में बात करना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, 'इस समय बीसीसीआई का ध्यान सिर्फ ऑस्ट्रेलिया नहीं बल्कि सभी खिलाड़ियों को सुरक्षित घर पहुंचाने पर है।'
कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए चेन्नई सुपरकिंग्स के बल्लेबाजी कोच माइक हसी भारत में 10 दिन का पृथकवास पूरा करेंगे। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स संघ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉड ग्रीनबर्ग ने कहा कि बेहद घातक वायरस के संक्रमण के बावजूद हसी का मनोबल टूटा नहीं है। सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड ने हसी के हवाले से कहा, 'उसमें हल्के लक्षण दिखाई दे रहे हैं इसलिए वह अपने होटल में कम से कम 10 दिन पृथकवास में रहेगा। लेकिन टीम उसका सहयोग कर रही है जो अच्छी चीज है।'
मौजूदा स्थिति को देखते हुए खिलाड़ी समूहों में रवाना होंगे और गुरुवार को ही ऐसा हो सकता है। ग्रीनबर्ग ने कहा, 'यह दो चरण की प्रक्रिया होगी। पहले कदम में उन्हें भारत से बाहर ले जाया जाएगा और अगले चरण में उन्हें सुरक्षित स्वदेश पहुंचाया जाएगा।'