गुरुवार रात दुबई में भी महेंद्र सिंह धोनी का बल्ला नहीं चला। माही बैटिंग करने आए और चौथी ही गेंद पर 1 रन बनाकर बोल्ड हो गए। उनको पिछली बार भी वरुण चक्रवर्ती ने आउट किया था और इस बार भी उसी अंदाज में वरुण ने उनको पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। हालांकि रितुराज गायकवाड़ लगातार दूसरे मैच में स्टार बनकर उभरे और इस बल्लेबाज ने 72 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को मुश्किल से निकाला। जबकि अंतिम दों गेंदों पर दो छक्के जड़कर रोमांचक अंदाज में रवींद्र जडेजा ने चेन्नई सुपर किंग्स को टूर्नामेंट में उसकी पांचवीं जीत दिलाई। टीम टूर्नामेंट से तो बाहर हो गई लेकिन धोनी थोड़ा तो खुश दिखे।
कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 6 विकेट से मिली जीत के बाद धोनी कुछ राहत महसूस कर रहे थे। ये सीजन में उनका 13वां मुकाबला था जिसमें से उन्हें सिर्फ 5 मैचों में जीत मिली है। इस जीत के बाद धोनी ने कहा, ‘'मुझे लगता है कि इस मैच में योजनाएं हमारे पक्ष में रहीं। खुशी है कि टॉस का नतीजा हमारे पक्ष में रहा। जडेजा इस सत्र में शानदार बल्लेबाजी कर रहा है। वो हमारी टीम में एकमात्र बल्लेबाज है जो अंतिम ओवरों में रन बनाने की जिम्मेदारी उठा रहा है। मुझे लगता है कि पूरे सत्र के दौरान हमें किसी ऐसे खिलाड़ी की जरूरत थी तो उसका साथ दे।’’
इयोन मोर्गन का बयान
कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान इयोन मोर्गन ने इस जीत के बाद कहा, 'टॉस हमारे पक्ष में नहीं रहा। हमारे गेंदबाजों ने अपना सब कुछ झोंक दिया लेकिन कौशल के मामले में कुछ चूक कर गए। हमें इस हार से उबरना होगा। हमारे पास एक विश्व स्तरीय स्पिनर है और दूसरा भारत के लिए खेलने की दहलीज पर है। ये शानदार स्पिनर हैं। मैं गेंदबाजों की गलती नहीं निकाल सकता। नागरकोटी को अंतिम ओवर में बचाव करने के लिए पर्याप्त रन नहीं मिले। अगर 16-17 रन होते तो बेहतर रहता।’
मोर्गन ने कहा कि उन्हें लगा था कि उनकी टीम का स्कोर पर्याप्त होगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगा था कि रन पर्याप्त होंगे। हमें लगा कि हम मैच में बने हुए हैं। संभवत: इस विकेट पर 165 रन प्रतिस्पर्धी स्कोर था अगर विकेट और हालात समान रहते। मुझे लगता है कि आज हमने अच्छी बल्लेबाजी की।’