- क्या सुरेश रैना आईपीएल शुरू होने से पहले फिर लौटेंगे चेन्नई सुपर किंग्स में?
- निजी कारणों से स्वदेश लौट आए थे सुरेश रैना, धोनी के साथ अनबन की खबरों ने बटोरी थी सुर्खियां
- अब टीम के मालिक एन श्रीनिवासन ने फिर से दिया सुरेश रैना को लेकर बयान
नई दिल्ली: चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक एन श्रीनिवासन के लिये सुरेश रैना ‘बेटे’ की तरह हैं और बुधवार को उन्होंने कहा कि इस हरफनमौका की टीम में वापसी पर फैसला कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाले टीम प्रबंधन द्वारा किया जायेगा। पिछले हफ्ते रैना कोविड-19 के 13 मामले सामने आने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स के दुबई में शिविर से लौट आये थे, जिसमें राष्ट्रीय टीम के तेज गेंदबाज दीपक चाहर भी शामिल थे। उनके ‘बायो बबल’ के कथित उल्लंघन के संबंध में कुछ विवाद था लेकिन इस खिलाड़ी ने इससे साफ इंकार किया है।
पहले नाराज थे श्रीनिवासन
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शुरू में रैना के जाने से नाराज थे लेकिन बाद में वह थोड़े नरम हो गये। इस खिलाड़ी ने भी लगता है कि श्रीनिवासन से बात की है और उन्हें पितातुल्य बताते हुए संकेत दिया कि वह शायद शिविर में वापस लौट सकते हैं। श्रीनिवासन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैं उसे बेटे की तरह ही समझता हूं। आईपीएल में टीम की सफलता का कारण यह है कि फ्रेंचाइजी ने कभी भी क्रिकेट मामलों में अपनी नाक नहीं घुसाई है। इंडिया सीमेंट्स 60 के दशक से क्रिकेट चला रहा है। मैं हमेशा ऐसा ही रहूंगा।’’
..लेकिन वो मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है
तो क्या उन्हें रैना के संयुक्त अरब अमीरात में वापसी और आईपीएल में खेलने की उम्मीद है? तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के पूर्व प्रमुख ने कहा, ‘‘देखिये, कृपया समझिये, कि वह मेरे अधिकार क्षेत्र में नहीं है (कि रैना वापस लौटता है या नहीं)। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम टीम के मालिक हैं, हम फ्रेंचाइजी के मालिक हैं लेकिन हम खिलाड़ियों के मालिक नहीं हैं। टीम हमारी है लेकिन खिलाड़ी नहीं। मैं खिलाड़ियों का मालिक नहीं हूं।’’
ये फैसला धोनी और विश्वनाथन पर निर्भर
श्रीनिवासन का कहना है कि रैना पर फैसला टीम प्रबंधन लेगा जिसका मतलब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और मुख्य कार्यकारी अधिकारी केएस विश्वनाथन से है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं क्रिकेट कप्तान नहीं हूं। मैंने उन्हें (टीम प्रबंधन) कभी नहीं कहा कि किसे खिलाइये, किसे नीलामी में लीजिये, कभी नहीं। हमारे पास सर्वकालिक महान कप्तान है। इसलिये मुझे क्रिकेट मामलों में हस्तक्षेप क्यों करना चाहिए?’’