- एमएस धोनी ने आईपीएल के सभी 10 सीजन में सीएसके की कप्तानी की
- एमएस धोनी इस समय विचार कर रहे हैं कि फ्रेंचाइजी का अगला कप्तान कौन होगा
- ब्रावो ने खुलासा किया कि धोनी के दिमाग में पहले से ही है कि अगला कप्तान चुनना है
दुबई: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इतिहास में चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) सबसे सफल फ्रेंचाइजी में से एक है। एमएस धोनी के नेतृत्व में चेन्नई सुपरकिंग्स ने तीन बार आईपीएल खिताब जीते और 10 सीजन में 8 बार फाइनल में पहुंचने का कमाल किया। एमएस धोनी ने 2008 में लीग की शुरूआत से सभी 10 सीजन में सीएसके का नेतृत्व किया और फ्रेंचाइजी को अपार सफलता दिलाई।
एमएस धोनी की धाकड़ कप्तानी और मैच फिनिश करने की क्षमता व उम्दा विकेटकीपिंग से सीएसके को आईपीएल में सफलता प्राप्त करने में मदद मिली। जहां सीएसके के कप्तान अपने करियर के अंतिम पड़ाव पर हैं, वहीं उन्होंने इस बारे में विचार करना शुरू कर दिया है कि मशाल किसे सौंपी जाए क्योंकि वह सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का मन बना सकते हैं।
चेन्नई सुपरकिंग्स के ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो ने हाल ही में खुलासा किया कि एमएस धोनी के दिमाग में पिछले कुछ दिनों से चल रहा है कि सीएसके का अगला कप्तान कौन होगा, उसकी खोज करनी है। ब्रावो ने कहा कि वो सुरेश रैना हो सकते हैं, जो फ्रेंचाइजी का शुरूआत से हिस्सा हैं या फिर कोई और युवा भी हो सकता है, जो आगे आने वाले कई सालों तक टीम की कमान संभाल सके।
रैना या कोई युवा होगा कप्तान?
ब्रावो ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, 'मुझे पता है कि एमएस धोनी के दिमाग में पिछले कई समय से यह बात घूम रही है। मेरा मतलब है कि हम सभी को एक समय के बाद जाना है। जब मायने रखता है कि कब जाना है। कब हटना है और कप्तान रैना या किसी युवा खिलाड़ी को सौंपना है।' एमएस धोनी ने इस साल 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया, जहां उन्होंने 16 साल देश का नेतृत्व किया और कप्तान के रूप में कई उपलब्धियां हासिल की। हालांकि, धोनी ने आगामी आईपीएल खेलने का फैसला किया और इस साल सीएसके को खिताब दिलाकर सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा का मन बनाया।
ब्रावो का मानना है कि इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद एमएस धोनी के कंधों से काफी दबाव हट गया होगा, लेकिन सीएसके के लिए उनकी कप्तानी ज्यादा नहीं बदली है। ब्रावो ने कहा, 'धोनी को अब ज्यादा लोगों की चिंता करने की जरूरत नहीं है। अब सिर्फ सीएसके है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे उनका व्यक्तित्व बदलेगा। उनका नेतृत्व तरीका नहीं बदलेगा। निश्चित ही वह बिलकुल वैसे व्यक्ति बने रहेंगे।'